छात्र नवीनतम तकनीक सीखें ताकि राष्ट्र के विकास में सार्थक योगदान दे सकेंः हिमंत
छात्र नवीनतम तकनीक सीखें ताकि राष्ट्र के विकास में सार्थक योगदान दे सकेंः हिमंत
गुवाहाटी, नौ जुलाई (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने छात्रों से नवीनतम तकनीक सीखने और खुद को सशक्त बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि वे राष्ट्र के विकास में सार्थक योगदान दे सकें।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, शर्मा ने शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका को न केवल अकादमिक केंद्र के रूप में बल्कि स्थानीय क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण के लिए एक प्रेरक शक्ति के रूप में भी रेखांकित किया।
विज्ञप्ति में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने मंगलवार को तामुलपुर में गोरेश्वर कॉलेज के स्वर्ण जयंती समारोह के समापन समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।
शर्मा ने कॉलेज की स्थापना के बाद से संस्थान से जुड़े सभी लोगों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि गोरेश्वर कॉलेज ने खुद को राज्य में एक अग्रणी शैक्षणिक संस्थान के रूप में स्थापित किया है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी क्षेत्र के शैक्षणिक संस्थान न केवल शैक्षणिक विकास के लिए बल्कि सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण के लिए भी जिम्मेदार होते हैं।
शर्मा ने कहा कि गोरेश्वर कॉलेज वर्षों से इस दायित्व को निभा रहा है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2047 तक ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण का उल्लेख करते हुए कहा कि इस ‘अमृत यात्रा’ में युवाओं को ‘अमृत संतान’ के रूप में निर्णायक भूमिका निभानी होगी।
शर्मा ने कहा कि शिक्षा के पारंपरिक तरीके में व्यापक बदलाव आया है और विद्यार्थियों को उभरते विषयों के साथ खुद को सशक्त बनाने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृत्रिम मेधा (एआई), ‘क्वांटम फिजिक्स’, मशीन लर्निंग, ‘इंटरनेट ऑफ थिंग्स’,“ऑगमेंटेड रियलिटी’ और ‘डेटा एनालिटिक्स’ जैसे विषयों ने बदलाव और विकास की गति को तेज कर दिया है।
उन्होंने कहा कि इस वैश्विक प्रतिस्पर्धा में शैक्षणिक संस्थानों में मिलने वाले ज्ञान का पूरा लाभ उठाने के साथ-साथ बाजार की मांगों के प्रति जागरूक होना आवश्यक है। शर्मा ने उभरते रुझानों के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए पाठ्यक्रम को अद्यतन करने पर भी जोर दिया ताकि विद्यार्थियों को लाभ मिल सके।
भाषा जितेंद्र पवनेश
पवनेश

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