नयी दिल्ली, छह अगस्त (भाषा) उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को लैंगिक संवेदनशीलता एवं आंतरिक शिकायत समिति का पुनर्गठन किया।
एक कार्यालय आदेश में कहा गया है, ‘‘उच्चतम न्यायालय में लैंगिक संवेदनशीलता और महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) विनियम, 2013 के खंड 4(2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों और इस संबंध में सभी सक्षम प्रावधानों के तहत, भारत के प्रधान न्यायाधीश ने लैंगिक संवेदनशीलता और आंतरिक शिकायत समिति का पुनर्गठन किया है।’’
बारह-सदस्यीय समिति की अध्यक्षता न्यायमूर्ति बी.वी. नागरत्ना करेंगी। समिति में न्यायमूर्ति एन. कोटिश्वर सिंह, रजिस्ट्रार सुजाता सिंह और वरिष्ठ अधिवक्ता- मेनका गुरुस्वामी, लिज मैथ्यू और बांसुरी स्वराज के अलावा अधिवक्ता नीना गुप्ता भी शामिल हैं।
अन्य सदस्यों में अधिवक्ता और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के प्रतिनिधि शामिल हैं।
भाषा शफीक सुरेश
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