चेन्नई, 24 फरवरी (भाषा) ओ. पन्नीरसेल्वम ने शुक्रवार को कहा कि ई. के. पलानीस्वामी (ईपीएस) को अन्नाद्रमुक का अंतरिम प्रमुख बने रहने की अनुमति देने वाला उच्चतम न्यायालय का फैसला कोई झटका नहीं है। पन्नीरसेल्वम ने कहा कि वह जनता के पास जाएंगे और न्याय मांगेंगे।
शीर्ष अदालत के फैसले पर अपनी पहली आधिकारिक प्रतिक्रिया में पन्नीरसेल्वम ने कहा कि कोई भी फैसला उनके लिए झटका नहीं है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘इस फैसले के बाद हमारी पार्टी के कार्यकर्ता और अधिक उत्साहित हैं।’
ओपीएस के नाम से जाने जाने वाले पन्नीरसेल्वम ने कहा कि ‘धर्मयुद्ध’ जारी है। उन्होंने कहा कि वह और उनके समर्थक न्याय मांगने के लिए लोगों के पास जाएंगे। उन्होंने कहा कि लोगों तक पहुंचने का अभियान जल्द ही शुरू किया जाएगा और इसे पूरे राज्य में जिलेवार आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हम धर्म के पक्ष में खड़े होकर न्याय मांगेंगे।’’ उन्होंने कहा कि अब तक उनका गुट अदालती मामलों पर केंद्रित था और अब से वे लोगों के पास जाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हम इसको लेकर शीर्ष अदालत में लड़े। हम लोगों की अदालत में जाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि उन्हें लोगों से अच्छा फैसला मिलेगा।
पन्नीरसेल्वम ने खुद पर और अपने समर्थकों पर सत्तारूढ़ द्रमुक की ‘बी’ टीम होने के आरोपों संबंधी एक सवाल पर कहा, ‘‘वे (पलानीस्वामी गुट) द्रमुक की ‘ए टू जेड’ टीम हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘क्या वे हम पर एक भी चीज को लेकर आरोप लगा सकते हैं? हजारों चीजें हैं, जो एक के बाद एक सामने आएंगी।’’
ओपीएस ने कहा कि वे पार्टी अनुशासन और यह सुनिश्चित करने के लिए अब तक धैर्य रखे हुए थे कि पार्टी में ‘टूट’ न हो।
ओपीएस के कट्टर समर्थक आर. वैद्यलिंगम ने ईपीएस के समर्थकों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों सहित कई मामलों का परिणाम जानना चाहा।
भाषा अमित नरेश
नरेश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
देश में कोरोना ने फिर बढ़ाई सरकार की चिंता, 10…
4 hours ago