बेंगलुरु में की गयी तोड़फोड़ की कार्रवाई की उत्तर प्रदेश की घटना से तुलना नहीं हो सकती:कुन्हलिकुट्टी

बेंगलुरु में की गयी तोड़फोड़ की कार्रवाई की उत्तर प्रदेश की घटना से तुलना नहीं हो सकती:कुन्हलिकुट्टी

बेंगलुरु में की गयी तोड़फोड़ की कार्रवाई की उत्तर प्रदेश की घटना से तुलना नहीं हो सकती:कुन्हलिकुट्टी
Modified Date: December 28, 2025 / 05:33 pm IST
Published Date: December 28, 2025 5:33 pm IST

कोझिकोड (केरल), 28 दिसंबर (भाषा) इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के नेता पी के कुन्हलिकुट्टी ने रविवार को कहा कि बेंगलुरु में एक सरकारी एजेंसी द्वारा घरों को ध्वस्त किये जाने की उत्तर प्रदेश में हुई घटना से तुलना नहीं की जा सकती।

पार्टी सचिव कुन्हलिकुट्टी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने कर्नाटक के नेताओं से बात की है, जिनमें वहां के मंत्री और मुख्यमंत्री भी शामिल हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने (कर्नाटक के मंत्रियों ने) कहा कि कर्नाटक में हुई तोड़फोड़ की तुलना उत्तर प्रदेश में हुई घटना से नहीं की जा सकती और बेंगलुरु में सभी समुदायों के लोग प्रभावित हुए हैं।’’

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कुन्हलिकुट्टी ने कहा कि जिन लोगों के घर तोड़े गए हैं, उनका पुनर्वास किया जाएगा।

उन्होंने कहा,‘‘सरकार द्वारा आकर्षक पुनर्वास पैकेज उपलब्ध कराए जाएंगे। कर्नाटक में कांग्रेस सरकार सत्ता में है, यह जानकर इस मुद्दे का फायदा उठाना घटिया राजनीति है।’’

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने शुक्रवार को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में मुस्लिम घरों को कथित तौर पर ध्वस्त किए जाने की कड़ी निंदा करते हुए इस कार्रवाई को चौंकाने वाला और दर्दनाक बताया था।

खबर है कि पिछले सप्ताह बेंगलुरु में येलाहांका के कोगिलू गांव में चलायी गयी तोड़फोड़ कार्रवाई में वसीम लेआउट और फकीर कॉलोनी में 200 से अधिक घर ध्वस्त कर दिए गए।

खबरों के मुताबिक, यह कार्रवाई ‘बेंगलुरु सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट लिमिटेड’ द्वारा की गई थी। खबरों में कहा गया है कि प्रस्तावित अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई के लिए निर्धारित भूमि पर अतिक्रमण किया गया था जिसे हटाने के लिए घरों को तोड़ा गया था।

इस बीच, कुन्हलिकुट्टी ने कहा कि आगामी केरल विधानसभा चुनाव के लिए संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) के भीतर सीट बंटवारे को लेकर कोई चर्चा शुरू नहीं हुई है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि सीट बंटवारे की बातचीत के दौरान कोई अनावश्यक मांग नहीं उठाई जाएगी।

उन्होंने कहा, ‘हम अनावश्यक राजनीतिक लाभ नहीं उठाएंगे। हमें वह मिलेगा जिसके हम हकदार हैं।’

यूडीएफ ने जनवरी के अंत या फरवरी के आरंभ तक सीट बंटवारे पर चर्चा पूरी करने और उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने का फैसला किया है।

केरल विधानसभा चुनाव मार्च-अप्रैल 2026 में होने की उम्मीद है।

भाषा

राजकुमार नरेश

नरेश


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