सेना की उत्तरी कमान के कमांडर ने देश की सुरक्षा में पूर्व युद्धवीरों एवं सेवारत सैनिकों के योगदान की प्रशंसा की
सेना की उत्तरी कमान के कमांडर ने देश की सुरक्षा में पूर्व युद्धवीरों एवं सेवारत सैनिकों के योगदान की प्रशंसा की
अखनूर (जम्मू), 10 मई (भाषा) सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने 1965 और 1971 की लड़ाइयों में पाकिस्तान को अखनूर सेक्टर से पीछे हटने के लिए मजबूर करने को लेकर युद्धवीरों (पूर्व सैनिकों) के साहस एवं उनकी वीरता की मंगलवार को तारीफ की।
उन्होंने इन दोनों लड़ाइयों के दौरान स्थानीय लोगों द्वारा दिये गये योगदान की भी प्रशंसा की और देश के प्रति उनके बलिदानों को लेकर सम्मान प्रकट किया।
अखनूर के युद्धवीरों खासकर जम्मू कश्मीर के पहले विक्टोरिया क्रॉस अवार्ड प्राप्तकर्ता एवं द्वितीय विश्वयुद्ध के सैनिक जामदार प्रकाश सिंह चिब की वीरता का बखान करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने कहा कि उन्हें अखनूर आकर गर्व महसूस हो रहा है जो देश की संप्रभुता को बनाये रखने के लिए अपने पराक्रम के लिए जाना जाता है।
यहां एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय सेना के युद्धवीरों एवं वीरनारियों के बलिदानों एवं सेवाओं के प्रति सम्मान प्रदर्शित करने के लिए अखनूर सैन्य स्टेशन पर व्हाइट नाइट कोर के क्रॉस्ड स्वोर्ड्स डिवीजन द्वारा पूर्व सैनिक रैली निकाली गयी।
इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी, व्हाइट नाइट कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह, क्रॉस्ड स्वोर्ड्स के जीओसी मेजर जनरल वी एस शेखों एवं बड़ी संख्या में युद्धवीर एवं वीर नारियां मौजूद थीं।
सैन्य कमांडर ने युद्धवीरों से संवाद किया और देश की सुरक्षा एवं समृद्धि के प्रति उनके योगदानों की प्रशंसा की। उन्होंने देश की संप्रभुता को बनाये रखने की ड्यूटी के प्रति साहस एवं समर्पण की उच्च परंपराओं को अक्षुण्ण रखने में भारतीय सेना के मूल्यों पर बल दिया।
भाषा राजकुमार उमा
उमा

Facebook



