कुंभ का आखिरी शाही स्नान, संगम तट पर करोड़ों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

कुंभ का आखिरी शाही स्नान, संगम तट पर करोड़ों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

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  • Publish Date - February 10, 2019 / 04:19 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:59 PM IST

प्रयागराज : बसंत पंचमी के शुभअवसर पर प्रयागराज में तीसरा और आखिरी शाही स्नान में भोर होते ही संगम तट पर आस्था और श्रद्धा का श्रध्दालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है, चारों दिशाओं से श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंच रहे हैं ।अलग-अलग अखाड़े के संत आखिरी शाही स्नान कर रहे हैं। अनुमान के मुताबिक बसंत पंचमी के शुभ मुहुर्त तक करीब 2 करोड़ से भी ज्यादा लोग संगम में डुबकी लगाएंगे, पुलिस प्रशासन भी संगम तट पर कड़ी चौकसी बरत रहा है,आखिरी शाही स्नान के मौके पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त प्रयागराज में किए गए हैं।

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बसंत पंचमी पर्व पर कुंभ मेले के अंतिम शाही स्नान शनिवार को सुबह आठ बजे से शुरू हो गया था,और कल से आज सुबह तक तकरीबन 60 लाख से अधिक लोगों ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई, श्रध्दालुओं की उमड़ रही भीड़ को देखते हुए मेला संगम तट और प्रमुख 10 स्थानों पर 500 अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं ।सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक बीएसएफ की और दो कंपनियां यहां तैनात की गई हैं, आवागमन की व्यवस्था को दुरूस्त करने आज चार पहिया वाहनों का प्रवेश बंद कर दिया गया है। मौनी अमावस्या पर्व की तरह ही बसंत पंचमी पर भी आठ किलोमीटर के क्षेत्र में 40 घाट स्नान के लिए उपलब्ध कराए गए हैं,लोगों को सूचना मुहैया कराने के लिए सभी जगह लाउडस्पीकर की भी व्यवस्था की गई है,वहींसंगम लोअर मार्ग, संगम अपर मार्ग और अखाड़ा मार्ग पर विशेष निगरानी के लिए नियंत्रण कक्ष को निर्देश दिए गए हैं ।

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बसंत पंचमी पर शाही स्नान का महत्व

बता दें कि मकर संक्रांति और मौनी अमावस्या के बाद बसंत पंचमी तीसरा और अंतिम शाही स्नान होती है, इसके बाद अखाड़ों के साधु अपने अपने गंतव्यों की ओर लौटना शुरू कर देते हैं, हालांकि कुंभ मेला चार मार्च तक चलेगा और उस दिन महाशिवरात्रि के स्नान के साथ यह मेला संपन्न होगा, बसंत पंचमी पर संगम तट पर शाही स्नान का बेहद खास महत्व है, मान्यता है कि बसंत पंचमी के अवसर पर दिन में तीन बार डुबकी लगाने से श्रद्धालुओं को गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का आशीर्वाद मिलता है, ये भी मान्यता है कि त्रिवेणी में जो भक्त मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या के बाद बसंत पंचमी के तीसरे शाही स्नान पर भी संगम स्नान करता है, उसे पूर्ण कुंभ स्नान का फल मिलता ह ।