निर्भया के दोषियों की अंतिम इच्छा- एक ने किया अंगदान तो दूसरे ने खुद की बनाई पेंटिंग को लेकर जताई ये ख्वाहिश, देखें कैसी बीती जीवन की आखिरी रात

निर्भया के दोषियों की अंतिम इच्छा- एक ने किया अंगदान तो दूसरे ने खुद की बनाई पेंटिंग को लेकर जताई ये ख्वाहिश, देखें कैसी बीती जीवन की आखिरी रात

  •  
  • Publish Date - March 20, 2020 / 06:29 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:47 PM IST

नईदिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी में आज से 7 साल 4 महीने 4 दिन पहले निर्भया के साथ सड़क पर वहशियाना हरकत करने वाले चारों दोषियों को फांसी दे दी गई है। रात भर दोषियों को बचाने के लिए उनका परिवार और उनके वकील न्यायालयों के चक्कर काटते रहे। हालांकि इस बार कोर्ट ने फांसी पर किसी भी रोक से इंकार कर दिया। दिल्ली की तिहाड़ जेल में सुबह 5.30 बजे फांसी दी गई। इसके पहले तिहाड़ जेल के बाहर सुरक्षा कड़ी करते हुए अद्धसैनिक बल के जवानों को भी तैनात किया गया।

ये भी पढ़ें- दिग्विजय सिंह के बेंगलुरु जाने को लेकर पूर्व CM हरीश रावत ने कहा- ए…

निर्भया के चारों दोषियों मुकेश सिंह, विनय शर्मा, अक्षय ठाकुर और पवन गुप्ता को शुक्रवार सुबह साढ़े 5 बजे फांसी दे दी गई। दोषियों में से एक मुकेश ने अपनी मौत से पहले अंगदान करने की इच्छा जताई है। दोषी विनय की इच्छा थी कि उसने जो पेंटिंग बनाई है वो उसके परिजनों को दे दी जाए। मुकेश और विनय ने बीती रात खाने में खिचड़ी खाई। वहीं पवन और अक्षय पूरी रात नहीं सोए। दोनों पुलिसकर्मियों से पूछते रहे कि क्या न्यायालय से कोई स्टे ऑर्डर आया है।

ये भी पढ़ें- शिवराज ने ट्वीट कर पूछा- क्या कमलनाथ सरकार, स्वयं को सुप्रीम कोर्ट …

चारों दोषियों ने सुबह चाय पीने से इंकार कर दिया। फांसी से पहले दोषी विनय बहुत रोया और गिड़गिड़ाया और बाकी तीन अपराधी शांत और चिंता में दिखे। विनय कह रहा था, “मैं मरना नहीं चाहता.” वह फांसी से पहले बुरी तरह गिड़गिड़िया। उसने कहा, “मुझे माफ कर दो… मुझे नहीं मरना। जमीन में लेटने लगा.”

फांसी से पहले जब दोषियों को नहाने और कपड़े बदलने के लिए कहा गया, तो दोषी विनय ने कपड़े बदलने से इनकार कर दिया। विनय ने रोना शुरू कर दिया और माफी मांगने लगा। बता दें कि फांसी से पहले सुबह नए कपड़े पहनने को दिए जाते हैं। विनय ने नया कुर्ता-पैजामा पहनने से मना कर दिया। शुक्रवार सुबह आखिरी इच्छा पूछी गयी, कुछ चाहिए- पूजा करनी या कुछ और लेकिन चारों ने कोई जवाब नहीं दिया।

ये भी पढ़ें- कैबिनेट मंत्री का दावा, 105 विधायकों के साथ साबित करेंगे बहुमत, दिग…

बता दें कि फांसी देने से पहले तिहाड़ जेल के अंदर कई अधिकारी फांसी घर के पास पहुंचे, जिनकी निगरानी में फांसी की प्रक्रिया पूरी हुई। दोषियों को फांसी दिए जाने से पहले यहां तिहाड़ जेल के बाहर भीड़ जुटी। रेप के दोषियों के खिलाफ समाज को जगाने वाले कुछ एक्टिविस्ट 20 मार्च के इस दिन को निर्भया के लिए सच्ची श्रद्धाजंलि बता रहे हैं। दोषियों के फांसी पर लटकाए जाने के बाद यहां पर कई लोगों ने जश्न भी मनाया और मिठाई भी बांटी।