जयपुर, 14 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सोमवार को कहा कि राज्य और केन्द्र की मौजूदा भाजपा सरकारों ने संवैधानिक संस्थाओं को खोखला करने का काम किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘जो वंचित वर्ग है.. जो शोषित है…जो पिछड़ा है.. जो दलित, आदिवासी है उन सब लोगों को एक अलग तरह के माहौल में जीने के लिये आज की व्यवस्था ने विवश कर रखा है। यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्यवश देश में जो हालात है वहां सिर्फ संविधान और आंबेडकर की मूर्ति पर फूल माला चढ़ रही है तथा संविधान की मूल भावना की अवहेलना की जा रही है।’’
टोंक जिले में आंबेडकर जयंती समारोह में भाग लेने के बाद पायलट ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘ इस देश में जिन संवैधानिक संस्थानाओं को पिछले 70 सालों से अलग-अलग सरकारों ने पोषित किया है… उन्हें वर्तमान की प्रदेश और केन्द की सरकारों ने खोखला करने का काम किया है। यह लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिये कोई शुभ संकेत नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि जिस संविधान का निर्माण आंबेडकर साहब करके गये वह संविधान आज पहले से ज्यादा प्रासंगिक है और संविधान की मूल भावनाओं का आदर करना प्रत्येक नागरिक और विशेषरूप से प्रत्येक सरकार की जिम्मेदारी है।
पायलट ने राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा ,‘‘सरकार का काम सिर्फ जुमलेबाजी और भाषण देना है। मुख्यमंत्री इतने असहाय हो गये हैं कि…. उन्होंने खुद कहा कि निवेश शिखर सम्मेलन के बाद निवेशक उनके फोन नहीं उठा रहे हैं। मंत्रियों के बीच खींचतान हो रहा है और इस खींचतान में नौकरशाही सरकार पर हावी हो रही है।’’
राजस्थान में परिसीमन प्रक्रिया के बारे में पायलट ने कहा कि लोगों ने भाजपा को सरकार बनाने का मौका दिया था, लेकिन भाजपा सरकार यहां जो परिसीमन कर रही है वह शुद्धरूप से राजनीतिक व्यवस्था को अपने पक्ष में लाने के लिये किया जा रहा है।
उन्होंने कहा,‘‘ हम निश्चित रूप से कोर्ट-कचहरी जायेंगे लेकिन यह जो काम करने का तरीका है वह गलत है, संविधान की भावना से बिल्कुल विपरीत है। उसका हम सब लोग विरोध करेंगे।’’
भाषा कुंज
राजकुमार
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