Story Of Pahalgam Terror Attack / Image Source: IBC24
नई दिल्ली। Story Of Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने हर कोई दहशत में है। इस हमले को लेकर कई देशभर आक्रोश है। लोग इन आतंकियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं। हमले 26 लोगों की मौत हो गई। वहीं जो लोग इस हमले के दौरान मौके पर मौजूद थे, उनके लिए इस घटना को भूलना काफी मुश्किल है। गोलियों की तड़तड़ाहट और लोगों की चीख उनके कानों में अबतक गूंज रही है। वहीं पहलगाम आतंकी हमले के चश्मदी मिहिर सोनी ने जो कहानी सुनाई है,उसे सुनकर हर किसी के रोंगेट खड़े कर देने वाली थी।
मिहिर ने बताया कि, जहां यह घटना हुई वहां आसपास कोई मिलिट्री वाला नहीं था न ही पुलिस वाले थे। जब बायसरन के घास के मैदान में सैकड़ों सैलानी मौज-मस्ती कर रहे थे। जब गोलियों की आवाज आई तो सभी चौंक गए और अपनी जान बचाते हुए छुप गए। मिहिर ने कहा कि, क्योंकि वो जान बचाकर पहाड़ी के ऊपर की ओर थे इसलिए उन्हें आतंकवादियों की बातें साफ नहीं सुन पाए, क्योंकि वे काफी दूर थे। लेकिन वे पहले बात करने के बाद गोली मार रहे थे। हर तरफ अफरा-तफरी मच गई।
मिहिर ने बताया कि हमले के कुछ देर बाद जब हम नीचे की ओर आए, तब जाकर मिलिट्री को इस घटना की जानकारी मिली। मिहिर ने बताया, हमने नीचे आकर जब सुरक्षाबलों को बताया, तब वो ऊपर की तरफ दौड़े। जिसके बाद दोनों तुरंत घोड़े पर सवार होकर भागने लगे और एंट्री गेट आने तक नहीं रुके। घोड़े से भागने के कारण आज वह जिंदा बच पाएं है।
वहीं पर्यटकों ने बताया कि, पजब हमला हुआ, हम वहां से तीन से चार किलोमीटर की दूरी पर थे। उन्हें स्थानीय लोगों से भी बातचीत के दौरान किसी प्रकार के आतंक का डर नहीं लगा, लेकिन अचानक जो हमला हुआ, उसने हमें हिला दिया। हमले के बाद देखते ही देखते सेना ने पूरे इलाके को अपने नियंत्रण में ले लिया था। बड़ी संख्या में एम्बुलेंस दौड़ रही थीं, जिससे उन्हें बड़ी घटना होने का अंदेशा हुआ।
Story Of Pahalgam Terror Attack: हमले के बाद पीएम मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ पांच सख्त फैसले लिए गए। जिसके तहत सारे पाकिस्तानी वीजा रद्द किए गए, पाकिस्तानियों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ना होगा, भारत में पाकिस्तानी दूतावास बंद, अटारी बॉर्डर चेकपोस्ट बंद किया गया और साथ ही सिंधु जल समझौता रोका गया।