Vice President Latest News: सामने आया उपराष्ट्रपति पद का सबसे मजबूत चेहरा! राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सौंपी बड़ी जिम्मेदारी

strongest face for the post of Vice President: धनखड़ के इस्तीफे के बाद अचानक उनकी राष्ट्रपति से मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। उपराष्ट्रपति बनने की रेस में भी उनका नाम सबसे आगे माना जा रहा है। उसके कई कारण बताए जा रहे हैं।

  •  
  • Publish Date - July 22, 2025 / 09:22 PM IST,
    Updated On - July 22, 2025 / 09:22 PM IST

strongest face for the post of Vice President, iamage source: ANI

HIGHLIGHTS
  • राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह संभावित चेहरा
  • नीतीश कुमार को प्रोमट करने के लिए इस्तीफे का दबाव?
  • पीएम मोदी और नीतीश कुमार दोनों से उनके रिश्ते अच्छे

नई दिल्ली : Strongest face for the post of Vice President, जगदीप धनखड़ के अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफे के बाद राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भेट की है। धनखड़ के इस्तीफे के बाद अचानक उनकी राष्ट्रपति से मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। उपराष्ट्रपति बनने की रेस में भी उनका नाम सबसे आगे माना जा रहा है। उसके कई कारण बताए जा रहे हैं।

देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन?

जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद चर्चाओं का दौरा शुरू है कि आगे कौन उपराष्ट्रपति हो सकता है। इसी बीच राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह को इस पद के लिए संभावित चेहरा माना जाने लगा है। जगदीप धनखड़ 11 अगस्त 2027 से पहले ही स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया है। नियमों के अनुसार राज्यसभा के सभापति का पद खाली होने के बाद हरिवंश नारायण सिंह ने कार्यवाहक सभापति की जिम्मेदारी संभाल ली है। जब तक नए उपराष्ट्रपति का चुनाव नहीं हो जाता, तबतक वही सभापति की भी जिम्मेदारी संभालेंगे।

नीतीश कुमार को प्रोमट करने के लिए इस्तीफे का दबाव?

strongest face for the post of Vice President, इसी बीच कांग्रेस का बड़ा बयान सामने आया है कि नीतीश कुमार को प्रोमट करने के लिए बीजेपी ने ही जगदीप धनखड़ पर इस्तीफे का दबाव डाला था।

हालाकि उपराष्ट्रपति पद के लिए उन्हें मजबूत चेहरा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि उसके पीछे कई मजबूत कारण हैं। पहला यह कि हरिवंश नारायण सिंह जेडीयू की पृष्ठभूमि से आते हैं। दूसरा यह कि पीएम मोदी और नीतीश कुमार दोनों से उनके रिश्ते अच्छे हैं। तीसरा यह कि बिहार चुनाव को देखते हुए सत्ता पक्ष बिहार की जनता को बड़ा संदेश दे सकता है। ऐसे में इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि वह उपराष्ट्रपति पद के सबसे मजबूत उम्मीदवार हो सकते हैं।

नियमानुसार उपराष्ट्रपति का पद खाली होते ही जल्द से जल्द चुनाव कराया जाना चाहिए। इसे लेकर चुनाव आयोग कभी भी उपराष्ट्रपति चुनाव का नोटिफिकेशन जारी कर सकता है। अगर चुनाव होता है तो यहां पर एनडीए की स्थिति मजबूत है। इस चुनाव में राज्यसभा और लोकसभा के सांसद वोट डालते हैं। दोनों सदनों में मिलाकर इस समय 786 सदस्य हैं। ऐसे में जीत के लिए कम से कम 394 वोटों की आवश्यकता होगी। अधिकतम 60 दिन के भीतर देश को नया उपराष्ट्रपति मिल सकता है।

read more: Chandramohan Jha: यूनिवर्सिटी के चांसलर के यहां निकला कुबेर का खजाना! 20 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क, जानें मामला 

read more: जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया या लिया गया? नेताओं ने कही ‘पर्दे के पीछे’ वाली बात