नईदिल्ली: Union Minister Suresh Gopi, केरल के त्रिशूर से भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने पद से इस्तीफा देने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने रविवार को कन्नूर में एक कार्यक्रम में कहा, कि ‘मैं अपना एक्टिंग करियर दोबारा शुरू करना चाहता हूं, मुझे ज्यादा इनकम की जरूरत है, मंत्री बनने के बाद मेरी कमाई पूरी तरह से रुक गई है।’
गोपी ने कहा कि मैंने कभी मंत्री बनने की प्रार्थना नहीं की, चुनावों से एक दिन पहले भी मैंने पत्रकारों से कहा था कि मैं मंत्री नहीं बनना चाहता, मैं अपने सिनेमा में बना रहना चाहता हूं। मेरी जगह राज्यसभा सांसद सी. सदानंदन मास्टर को केंद्रीय मंत्री बनाया जाए। गोपी ने कहा- केरल से पहला भाजपा सांसद होने के कारण पार्टी ने मुझे मंत्री बनाने का फैसला लिया।
सुरेश गोपी वर्तमान में केंद्र में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री और पर्यटन मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। सुरेश गोपी केरल के चुने भाजपा के इकलौते सांसद हैं। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में CPI के वीएस सुनीलकुमार को 74 हजार वोटों से हराया था। गोपी मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के पापुलर एक्टर हैं।
सुरेश गोपी ने त्रिशूर की जनता को ‘प्रजा’ कहने पर हुए विवाद पर अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा- पहले सफाई कर्मचारियों को ‘कचड़ा उठाने वाला’ कहा जाता था, लेकिन अब ‘सेनिटेशन इंजीनियर्स’ कहा जाता है, उसी तरह मेरे विरोधियों ने ‘प्रजा’ और ‘प्रजातंत्र’ शब्दों का गलत मतलब निकाला और प्रचार किया। क्या प्रजा शब्द का इस्तेमाल करना गलत है?
गौरतलब है कि साल 2019 में सुरेश गोपी त्रिशूर से लोकसभा चुनाव हार गए थे। उन्हें 2021 के विधानसभा चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ा था। चुनाव में गोपी को पहली जीत 2024 लोकसभा चुनाव में मिली थी। उन्होंने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार सुनील कुमार को 74 हजार वोटों से हराया था। कांग्रेस के सीनियर नेता और सांसद मुरलीधरन इस सीट से तीसरे नंबर पर रहे।
सुरेश ने 1965 में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी की करीब 250 फिल्मों में काम किया है। 1992 से 1995 तक उन्हें सुपरस्टार का टैग मिला था। 1998 में उन्हें नेशनल फिल्म अवॉर्ड और केरल राज्य अवॉर्ड मिला था। वे BJP के राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं।
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