नयी दिल्ली, 29 नवंबर (भाषा) दिल्ली के शादीपुर इलाके में एक वसूली एजेंट से कथित तौर पर पांच लाख रुपये की हुई लूट की घटना के एक महीने बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को उत्तर प्रदेश के गोंडा से गिरफ्तार कर लिया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि मामले में गोंडा निवासी आरोपी राम अवतार (24), सिकंदर (25) और वीरू सोनकर (20) को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि ये सभी आरोपी दिल्ली में सामानों की आपूर्ति करने का काम करते थे।
पुलिस उपायुक्त (मध्य) निधिन वलसन ने बताया, ‘यह लूट 22 अक्टूबर को हुई थी जब शादीपुर में ऑनलाइन खाद्य समानों की आपूर्ति करने वाली एक कंपनी के वसूली एजेंट को बाइक सवार लोगों ने रोक लिया जिसने (वसूली एजेंट) कई बिक्री केंद्र से पांच लाख रुपये जमा किए थे।’
वलसन ने बताया बताया कि वसूली एजेंट के शिकायत दर्ज कराने के बाद मामले में जांच शुरू की गई। जिसके बाद पुलिस ने कई इलाकों के सीसीटीवी में कैद हुई तस्वीरें खंगाली और अंततः उस मोटरसाइकिल की पहचान की जिसका वारदात में इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने बताया कि जांच में यह पता चला है कि यह वाहन चोरी का था।
वसलन ने बताया कि पुलिस ने राम अवतार के कब्जे से 1,37,500 रुपये नकद बरामद किया है। इसके अलावा, वीरू के कब्जे से एक मोटरसाइकिल और एक महंगा मोबाइल फोन जब्त किया गया जिसे लूटी हुई राशि से खरीदा गया था।
पुलिस ने बताया कि सिकंदर ने लूटे गए पैसों में से अपने हिस्से के पैसों को(1,53,000 रुपये) बैंक खाते में जमा किया था, जिसे अब सीज कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अपराध के दौरान आरोपियों द्वारा पहने गए कपड़ों को भी जब्त कर लिया गया है।
पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने खुलासा किया कि वे पहले ऑनलाइन आपूर्ति करने वाली कंपनियों के लिए काम करते थे। उन्होंने मामले में फरार एक साथी मनोज की भी संलिप्तता का भी खुलासा किया है। मनोज, पटेल नगर में कंपनी के केंद्र पर काम करता था।
आरोप है कि मनोज ने उन्हें शिकायतकर्ता की गतिविधियों का विवरण प्रदान किया था जिसमें स्कूटर का विवरण और नकद संग्रह की जानकारी शामिल थी।
पुलिस ने बताया कि तीनों ने रंजीत नगर में पहले हुई दो अन्य झपटमारी के मामलों में भी अपनी संलिप्तता कबूल की है। उन्होंने कहा कि फरार आरोपी को गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं।
भाषा प्रचेता रंजन
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