लापुंग, सात दिसंबर (भाषा) गोवा के एक नाइट क्लब में आग लगने की घटना में मरने वाले लोगों में झारखंड के तीन प्रवासी श्रमिक भी शामिल हैं। उनके परिजनों ने रविवार को यह जानकारी दी।
मृतकों के परिजनों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि लापुंग प्रखंड के फतेहपुर गांव के दो भाइयों प्रदीप (24) और विनोद महतो (20) तथा खूंटी जिले के कर्रा प्रखंड के गोविंदपुर गांव के मोहती मंडा (22) की इस घटना में मौत हो गई।
प्रदीप और विनोद के बड़े भाई फागू महतो (32) ने बताया कि उन्हें तड़के करीब तीन बजे गोवा में रहने वाले उनके एक रिश्तेदार के फोन करने पर दोनों की मौत की जानकारी मिली।
फागू ने कहा, ‘‘मैंने अपने दोनों भाइयों – प्रदीप और विनोद – को गंवा दिया है। हमें इस बारे में तब पता चला, जब हमारे एक रिश्तेदार निशान कुमार का फोन आया, जो रोजगार की तलाश में गोवा गया था। मेरे पिता धनेश्वर महतो सदमे में हैं।’’
उत्तरी गोवा के एक नाइट क्लब में रविवार आधी रात के बाद भीषण आग लगने से कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि मृतकों में चार पर्यटक और 14 कर्मचारी शामिल हैं, जबकि बाकी सात की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
आग में घायल छह लोग का फिलहाल गोवा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, बम्बोलिम में इलाज किया जा रहा है।
फागू ने बताया कि दोनों भाई करीब 10-12 महीने पहले गोवा गए थे और अगले साल परिवार के साथ होली मनाने वाले थे।
उसने कहा, ‘‘मेरे भाई यहां परिवार की मदद के लिए हर महीने लगभग 30,000 रुपये भेजते थे। दोनों अविवाहित थे।’’
फागू ने दावा किया कि अभी तक किसी भी अधिकारी या राज्य सरकार के प्रतिनिधि ने परिवार से संपर्क नहीं किया है।
फागू की पत्नी सुलांती ने बताया कि परिवार बहुत गरीब है और वह गांव में एक अस्थायी मिठाई की दुकान से होने वाली मामूली आय और भाइयों की ओर से भेजे गए पैसों पर निर्भर था।
गोविंदपुर में मोहती मंडा के परिवार को भी फोन पर उसकी मौत की सूचना मिली। रिश्तेदारों ने बताया कि मोहती के पिता एतवा मंडा बेटे की मौत की खबर सुनकर सदमे में हैं।
मोहती (22) उसी नाइट क्लब में काम करता था और उसकी भी आग में मौत हो गई।
रांची स्थित राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने कहा कि उन्होंने सभी प्रभावित परिवारों से संपर्क किया है और गोवा में नियोक्ता से संपर्क करने के प्रयास जारी हैं।
भाषा अमित पारुल
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