मेरठ में तीन और ‘नमो भारत’ स्टेशन परिचालन के लिए इस महीने के अंत तक तैयार हो जाएंगे

मेरठ में तीन और ‘नमो भारत’ स्टेशन परिचालन के लिए इस महीने के अंत तक तैयार हो जाएंगे

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  • Publish Date - July 16, 2025 / 06:57 PM IST,
    Updated On - July 16, 2025 / 06:57 PM IST

नयी दिल्ली, 16 जुलाई (भाषा) मेरठ दक्षिण और मोदीपुरम के बीच नवनिर्मित तीन ‘नमो भारत’ स्टेशन इस महीने के अंत तक परिचालन के लिए तैयार हो जाएंगे, जो 82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ क्षेत्रीय त्वरित परिवहन प्रणाली (आरआरटीएस) गलियारे के पूर्ण रूप से चालू होने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।

ये तीन स्टेशन शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम हैं।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के एक अधिकारी ने बताया कि शुरुआत में दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के जंगपुरा स्थित निर्माणाधीन स्टेशन ‘नमो भारत’ रेलगाड़ियों के लिए पार्किंग स्थल के रूप में काम करेगा, जब तक कि सराय काले खां से आगे लाइन का विस्तार करने का काम शुरू नहीं हो जाता।

अधिकारी ने कहा, ‘‘यह एक अस्थायी लेकिन आवश्यक व्यवस्था है ताकि परियोजना के अगले चरण के आकार लेने तक ट्रेन परिचालन को कुशलतापूर्वक प्रबंधित किया जा सके।’’

मेरठ दक्षिण के बाद पड़ने वाला शताब्दी नगर स्टेशन ‘एलिवेटेड’ (ऊंचाई पर बनाया गया) स्टेशन है जो 215 मीटर लंबा और 17 मीटर ऊंचा है। यह परिचालन के लिए तैयार है और ‘नमो भारत’ एवं मेरठ मेट्रो की रेलगाड़ियों को सेवाएं प्रदान करेगा।

अधिकारी ने कहा, ‘‘हम साझा बुनियादी ढांचे पर निर्बाध सेवाएं सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’’

उन्होंने बताया कि अगला स्टेशन बेगमपुल भूमिगत है और मेरठ में बाजार क्षेत्र के बीच स्थित है। यह 246 मीटर लंबाई, 24.5 मीटर चौड़ाई और लगभग 22 मीटर गहराई के साथ इस गलियारे के सबसे बड़े स्टेशन में से एक है।

अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित मोदीपुरम में अंतिम स्टेशन का निर्माण कार्य पूरा हो गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘राजमार्ग पर पैदल यात्रियों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए एक ‘फुटओवर ब्रिज’ (पैदल यात्री पुल) भी बनाया गया है।’’

दिल्ली के सराय काले खां स्थित प्रारंभिक स्टेशन का भी काम लगभग पूरा होने वाला है।

यह दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन, हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन, वीर हकीकत राय आईएसबीटी और रिंग रोड को जोड़ने वाले एक प्रमुख ‘मल्टी-मॉडल’ परिवहन केंद्र के रूप में काम करेगा।

भाषा

सिम्मी सुभाष

सुभाष