टिपरा मोथा त्रिपुरा में 25 से 30 सीट पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी: प्रद्योत

टिपरा मोथा त्रिपुरा में 25 से 30 सीट पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी: प्रद्योत

टिपरा मोथा त्रिपुरा में 25 से 30 सीट पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी: प्रद्योत
Modified Date: December 12, 2025 / 02:38 pm IST
Published Date: December 12, 2025 2:38 pm IST

अगरतला, 12 दिसंबर (भाषा) टिपरा मोथा पार्टी (टीएमपी) प्रमुख प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा ने कहा कि उनकी पार्टी त्रिपुरा में 2028 में होने वाले विधानसभा चुनाव में सिर्फ 25 से 30 सीट पर ही अपने उम्मीदवार उतारेगी।

टीएमपी ने 60 सदस्यीय राज्य विधानसभा के लिए 2023 में हुए चुनाव में 42 सीट पर चुनाव लड़ा था और 13 सीट पर जीत हासिल की थी।

त्रिपुरा में अनुसूचित जनजातियों (एसटी) के लिए 20 सीट आरक्षित हैं, जबकि 22 अन्य विधानसभा क्षेत्रों में जनजातीय मतदाताओं की अच्छी-खासी संख्या है। राज्य के जनजातीय क्षेत्रों में टीएमपी का बड़ा जनाधार है।

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देबबर्मा ने बृहस्पतिवार को त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (टीटीएएडीसी) के कथलिया-मिर्जा निर्वाचन क्षेत्र में संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर हमने सिर्फ 20 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ा होता तो शायद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 2023 में दूसरी बार सत्ता में नहीं लौट पाती। अब हमें यह एहसास हो गया है… आगामी विधानसभा चुनाव में हम 25 से 30 सीट पर चुनाव लड़ेंगे।’’

अप्रैल 2026 में होने वाले टीटीएएडीसी चुनाव में टीएमपी के मुख्य प्रतिद्वंद्वियों के बारे में पूछे जाने पर देबबर्मा ने कहा, ‘‘देखते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम टिपरासा (मूल निवासी) लोगों के अधिकारों के लिए आवाज उठाते रहेंगे, किसी पार्टी के खिलाफ नहीं। जमीनी स्तर पर कांग्रेस की कोई मौजूदगी नहीं है, जबकि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) अपने पुराने ढर्रे पर चल रही है और स्थानीय भाजपा नेता शोर मचा रहे हैं। पूरा जमीनी समर्थन टीएमपी के साथ है। आदिवासी लोगों के लिए कुछ भी किए बिना उन्हें चुनाव में वोट नहीं मिलेंगे।’’

टिपरासा समझौते की स्थिति पर टीएमपी प्रमुख ने कहा, ‘‘मैंने (दिल्ली में) सभी से बात की है और उन्होंने व्यक्तिगत रूप से कहा है कि यह समझौता हो जाना चाहिए था। जब तक यह नहीं हो जाता, हम किसी पर भरोसा क्यों करें?’’

टीएमपी ने मूल निवासियों के समग्र विकास के लिए सितंबर 2024 में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में केंद्र और त्रिपुरा सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था।

भाषा सुरभि सुभाष

सुभाष


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