टिपरासा लोगों को उनके अधिकार नहीं दिए गए तो सरकार से हट जाएंगे: टीएमपी
टिपरासा लोगों को उनके अधिकार नहीं दिए गए तो सरकार से हट जाएंगे: टीएमपी
अगरतला, 16 अक्टूबर (भाषा) टिपरा मोथा पार्टी (टीएमपी) के सुप्रीमो प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा ने धमकी दी है कि अगर ‘टिपरासा’ (जातीय मूल के) लोगों को उनके अधिकार नहीं दिए गए तो वह त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार छोड़ देंगे।
त्रिपुरा में 60 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 33 विधायक हैं, जबकि उसकी सहयोगी टीएमपी के 13 और इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) का एक विधायक है।
गोमती जिले के कारबुक में एक पार्टी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देबबर्मा ने बुधवार को कहा, ‘‘केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हमें (टिपरासा लोगों के विकास के लिए) टीएमपी के साथ समझौता करने का आश्वासन दिया था। मैंने उनसे मुलाकात की है और अनुरोध किया है कि वे टिपरासा समझौते को लागू करें। हम अपने अधिकारों के लिए कब तक इंतजार करेंगे?’’
टीएमपी ने (मार्च) 2024 में टिपरासा लोगों के विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं दोहराना चाहता हूं कि अगर हमारे अधिकार नहीं दिए गए तो हम सरकार से हट जाएंगे। टीएमपी केवल एक पार्टी नहीं है बल्कि ‘ग्रेटर टिपरालैंड’ के लिए एक मिशन है। आईपीएफटी पांच से छह साल तक सत्ता या अधिकार नहीं मिलने के बाद भी भाजपा के साथ रह सकती है, लेकिन हम इंतजार नहीं करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि वह महाराजा बीर बिक्रम किशोर माणिक्य के पोते हैं। देबबर्मा ने कहा कि न तो वह भिखारी हैं और न ही टिपरासा के लोग भिखारी हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘आगामी चुनाव में भाजपा, कांग्रेस, माकपा (मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी) समेत कोई भी राजनीतिक दल टिपरासा के लोगों का वोट नहीं ले पाएगा। अगर आप टिपरासा के वोट खरीदने के लिए पैसे देंगे, तो मैं ऐसा होने नहीं दूंगा।’’
भाषा सुरभि वैभव
वैभव

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