World Tourism Day 2023 : नई दिल्ली। देश की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का बड़ा योगदान होता है। पर्यटन स्थलों पर देश-विदेश से आने वाले पर्यटक परिवहन साधनों से लेकर होटल, रेस्तरां और पर्यटन स्थलों के टिकट पर व्यय करते हैं। जिससे राजस्व की बढ़ोतरी होती है। घूमने का शौक रखने वाले नए नए पर्यटन स्थलों की खोज में रहते हैं। कई कारणों से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटकों को आकर्षित करने और जागरूकता बढ़ाने के लिए हर वर्ष विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है।
World Tourism Day 2023 : विश्व पर्यटन दिवस 27 सितंबर को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत वर्ष 1980 में संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन के द्वारा हुई इस तिथि के चुनाव का मुख्य कारण यह था कि वर्ष 1970 में UNWTO की कानून को स्वीकारा गया था। इस मूर्ति को स्वीकारना वैश्विक पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास हेतु मील के पत्थर के रूप में देखा जाता है एवं इस दिवस को मनाने का उद्देश्य विश्व में इस बात को प्रसारित तथा जागरूकता फैलाने के लिए हैं कि किस प्रकार पर्यटन वैश्विक रूप से, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक तथा आर्थिक मूल्यों को बढ़ाने में तथा आपसी समझ बढ़ाने में सहायता कर सकता है।
World Tourism Day 2023 : पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने एक नयी पर्यटन नीति 2023 का मसौदा तैयार किया है। इससे भारत में पर्यटन क्षेत्र को नया रूप मिलने की उम्मीद है। केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने भारत को दुनिया भर में डेस्टिनेशन वेडिंग का सबसे बड़ा केंद्र बनाने के लिए अभियान की भी शुरुआत की है। केंद्रीय बैंक आरबीआई ने भी पर्यटन में बढ़ोतरी के लिए एक पहल की है, जिससे जी-20 देशों से भारत आनेवाले विदेशी यात्री यूपीआई के जरिये भुगतान कर सकेंगे। इस सुविधा की शुरुआत देश के चुनिंदा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों से की गयी है।
वहीं इस बार के बजट में पर्यटन मंत्रालय को 2400 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। इसमें से 1742 करोड़ रुपये पर्यटन के बुनियादी ढांचे के विकास पर खर्च किया जायेगा और 242 करोड़ रुपये प्रचार और ब्रांडिंग पर खर्च होंगे। स्वदेश दर्शन स्कीम के लिए 1412 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं। पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से की जा रही इतनी सारी पहल इस क्षेत्र में रोजगार के मौकों में बढ़ोतरी की संभावना भी व्यक्त करती है।
कुफरी, हिमाचल प्रदेश राज्य के शिमला जिले में स्थित एक बेहद खूबसूरत पर्यटन स्थल हैं। सड़क मार्ग से, इसकी दूरी शिमला से तकरीबन 10 किलोमीटर और दिल्ली से महज 357 किलोमीटर है। कुफरी गर्मी के मौसम में एक पिकनिक स्पॉट के रूप में जाना जाता है। पर्यटकों को यहां का नेचर व्यू काफी खूबसूरत लगता है।बात अगर कुफरी में शॉपिंग वाली जगहों की करें तो यहां खरीदारी के लिए सबसे अच्छी जगह कुफरी का मॉल रोड, लक्कड़ बाजार और हिमाचल एम्पोरियम हैं। अगर आप कुफरी में बर्फ या स्नोफॉल देखने जाने का सोच रहे हैं, तो आप यहां पर दिसंबर से फरवरी के बीच जाएं।
उत्तराखंड के सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशनों में से एक बिनसर भी है। सड़क मार्ग से बिनसर, दिल्ली से 380 किमी और उत्तराखंड के नैनीताल जिले से लगभग 95 किमी की दूरी पर स्थित है। यह प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। बिनसर, हिल स्टेशन न सिर्फ कपल्स के घूमने के लिए परफेक्ट जगह है, बल्कि आप यहां दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ भी घूम सकते हैं। यह वीकेंड गुजारने के लिए सस्ती और शांत जगह हैं। जहां शहरों के शोर से दूर आपका मन रिलेक्स फील करेगा। बात अगर यहां के टूरिस्ट स्पॉट की करें तो यहां तेंदुआ, हिरण और चीतल के साथ 2०० से भी ज्यादा तरह के पक्षी देखने को मिल सकते हैं। जिसमें उत्तराखंड का राज्य पक्षी ‘मोनाल’ भी है, हालांकि अब यह पक्षी बहुत कम दिखाई देता है।
भारत का मिनी स्विट्जरलैंड कहा जाने वाला ‘औली’,उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र के चमोली जिले में स्थित है। दिल्ली से औली की दूरी सड़क मार्ग से, लगभग 545 किलोमीटर है। ‘औली’ हर समय एक अलग रंग में खूबसूरती बिखेरता हुआ नजर आता है। इसकी ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 3,000 मीटर है। यहां कई तरह की एडवेंचर्स एक्टिविटीज भी होती हैं। इसे भारत के सबसे अच्छे स्कीइंग स्थलों में से एक माना जाता है। यहां की सुंदरता को निहारने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आते हैं।