Sidhi Railway Project: “मैं किसी कार्यक्रम में माला नहीं पहनूंगा”, एमपी के इस जिले से बीजेपी सांसद का बड़ा बयान, कारण जानकर सब रह गए हक्के-बक्के

मध्यप्रदेश के  सीधी जिले में एक कार्यक्रम के दौरान सांसद डॉ. राजेश मिश्रा का बयान इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है।

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  • Publish Date - December 30, 2025 / 10:22 PM IST,
    Updated On - December 30, 2025 / 10:23 PM IST

Sidhi Railway Project/ image source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • सांसद ने रेलवे पर व्यक्तिगत संकल्प लिया
  • रेलवे परियोजना को जिले के विकास से जोड़ा
  • स्थानीय जनता ने सांसद के संकल्प की सराहना की

Sidhi Railway Project: सीधी: मध्यप्रदेश के  सीधी जिले में एक कार्यक्रम के दौरान सांसद डॉ. राजेश मिश्रा का बयान इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। पीएम श्री कॉलेज में आयोजित एक विचार संगोष्ठी के दौरान सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने रेलवे को लेकर बड़ा और भावनात्मक संकल्प लिया। उन्होंने सार्वजनिक रूप से यह कसम खाई कि जब तक जिला मुख्यालय में रेलवे का ट्रायल नहीं हो जाता, तब तक वे किसी भी कार्यक्रम में माला नहीं पहनेंगे। सांसद के इस ऐलान के बाद कार्यक्रम में मौजूद लोगों में चर्चा शुरू हो गई और यह बयान तेजी से सुर्खियों में आ गया।

किसी कार्यक्रम में माला नहीं पहनुंगा-सांसद

विचार संगोष्ठी को संबोधित करते हुए सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने कहा कि सीधी जिले की लंबे समय से चली आ रही रेलवे की मांग अब पूरी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रेलवे परियोजना केवल विकास का साधन नहीं, बल्कि क्षेत्र की आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक प्रगति से भी जुड़ी हुई है। सांसद ने स्पष्ट किया कि यह उनका व्यक्तिगत संकल्प है और वे इसे तब तक निभाएंगे, जब तक जिला मुख्यालय में रेलवे का ट्रायल शुरू नहीं हो जाता।

जब तक जिला मुख्यालय में रेलवे का ट्रायल नहीं होता

Sidhi Railway Project: सांसद के इस फैसले को लोगों ने जिले के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के रूप में देखा। कार्यक्रम में मौजूद छात्र, शिक्षक और गणमान्य नागरिकों ने सांसद के इस संकल्प की सराहना की और उम्मीद जताई कि रेलवे परियोजना जल्द ही धरातल पर उतरेगी।

विचार संगोष्ठी के दौरान सांसद ने दिया बयान

Sidhi Railway Project: पीएम श्री कॉलेज में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान सांसद का यह बयान जिले की जनता के लिए एक मजबूत संदेश माना जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सांसद का यह संकल्प जिले के विकास के लिए दबाव बनाए रखने का एक प्रभावी तरीका है। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि जिला मुख्यालय में रेलवे का ट्रायल कब शुरू होता है और सांसद अपना संकल्प कब पूरा करते हैं।

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