दिल्ली में गैर-बीएस6 वाहनों के प्रवेश पर रोक के क्रियान्वयन के लिए यातायात पुलिस, प्रवर्तन दल तैनात किए जाएंगे

दिल्ली में गैर-बीएस6 वाहनों के प्रवेश पर रोक के क्रियान्वयन के लिए यातायात पुलिस, प्रवर्तन दल तैनात किए जाएंगे

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  • Publish Date - December 17, 2025 / 05:26 PM IST,
    Updated On - December 17, 2025 / 05:26 PM IST

नयी दिल्ली, 17 दिसंबर (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के गंभीर स्तर को देखते हुए दिल्ली के बाहर पंजीकृत गैर-बीएस6 वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध बृहस्पतिवार से लागू हो जाएगा, जिसके सख्त क्रियान्वयन के लिए शहर के प्रवेश बिंदुओं पर यातायात पुलिस के कर्मी और परिवहन विभाग के प्रवर्तन दल तैनात किए जाएंगे।

अधिकारियों के मुताबिक, परिवहन विभाग के पास 78 से 80 प्रवर्तन दल हैं, जिन्हें कुंडली, रजोकरी, टिकरी, आया नगर, कालिंदी कुंज, औचंदी, मंडोली, कापसहेड़ा और बाजघेरा टोल/द्वारका एक्सप्रेसवे सहित अन्य प्रवेश बिंदुओं पर तैनात किया जाएगा।

अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में उन वाहन चालकों को पेट्रोल पंप पर ईंधन देने पर प्रतिबंध बृहस्पतिवार से प्रभावी हो जाएगा, जिनके पास वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र (पीयूसीसी) नहीं है। उन्होंने बताया कि इस प्रतिबंध का सख्त क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए पेट्रोल पंप में यातायात पुलिस के कर्मी तैनात किए जाएंगे।

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने घोषणा की थी कि वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) के तीसरे और चौथे चरण के प्रतिबंध लागू होने के दौरान उन वाहनों को शहर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जो बीएस-6 श्रेणी से नीचे के हैं और दिल्ली के बाहर पंजीकृत हैं।

उन्होंने कहा था कि वाहनों की पीयूसीसी स्थिति और उत्सर्जन श्रेणी को सत्यापित करने के लिए स्वचालित नंबर प्लेट पहचान प्रणाली लागू की जाएगी और मौके पर जांच की जाएगी।

दिल्ली यातायात पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रतिबंधों को सख्ती से लागू करने के लिए दिल्ली-हरियाणा और दिल्ली-उत्तर प्रदेश के सभी सीमा बिंदुओं पर कई टीम तैनात की जाएंगी।

अधिकारी ने कहा, “सभी सीमा बिंदुओं पर हमारी टीम तैनात रहेंगी। उत्तर प्रदेश और हरियाणा की तरफ से राजधानी में प्रवेश करने वाले किसी भी राज्य के पंजीकृत बीएस-6 निजी वाहनों को ही उचित प्रदूषण प्रमाण पत्र के साथ प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

भाषा पारुल प्रशांत

प्रशांत