Tripara Literacy Rate 2025: भारत का यह राज्य भी बना पूर्ण शिक्षित प्रदेश.. मिजोरम और गोवा को हासिल हो चुकी है ये उपलब्धि

Periodic Labour Force Survey (2023-24) के अनुसार, त्रिपुरा की साक्षरता दर 93.7% थी और निरक्षर आबादी 23,184 थी। लेकिन सरकार और समाज के साझा प्रयासों ने इसे 95.6% तक पहुंचा दिया।

Tripara Literacy Rate 2025: भारत का यह राज्य भी बना पूर्ण शिक्षित प्रदेश.. मिजोरम और गोवा को हासिल हो चुकी है ये उपलब्धि

Tripura became the third fully literate state of India || Image- Telegraph India file

Modified Date: June 24, 2025 / 02:39 pm IST
Published Date: June 24, 2025 2:39 pm IST
HIGHLIGHTS
  • त्रिपुरा बना देश का तीसरा पूर्ण साक्षर राज्य, साक्षरता दर पहुँची 95.6%
  • ULLAS योजना के तहत त्रिपुरा ने हासिल की ऐतिहासिक शैक्षिक सफलता
  • 55 वर्षों में 20.24% से बढ़कर 95.6% हुई त्रिपुरा की साक्षरता दर

Tripura became the third fully literate state of India: अगरतला: भारत में राष्ट्रीय और राज्य स्टार पर साक्षरता दर बढ़ने के लिए प्रयासरत सरकारों को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। दरअसल मिजोरम और गोवा के बाद अब त्रिपुरा इतिहास रचते हुए देश का तीसरा राज्य बन गया है, जिसकी साक्षरता दर 95% से अधिक है। यह न सिर्फ उत्तर भारत बल्कि सम्पूर्ण भारतीय क्षेत्र के लिए मील का पत्थर माना जा रहा है।

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काफी पिछड़ा था त्रिपुरा

गौरतलब है कि, आज से ठीक 55 साल पहले यानी 1961 में त्रिपुरा की साक्षरता दर केवल 20.24% थी। लेकिन समय के साथ चुनौतियों को पार करते हुए, लोगों की मेहनत, सरकार की योजनाएं और समुदाय के सहयोग से यह दर बढ़ती गई – 2001 में 73.66%, 2011 में 87.22% और अब 2025 में 95.6% तक पहुंच चुकी है।

कैसे मिलता है पूर्ण साक्षर का दर्जा?

Tripura became the third fully literate state of India: दरअसल यूनेस्को और भारत सरकार के मुताबिक, जिस राज्य की साक्षरता दर 95% के पार हो जाती है, उसे “पूर्ण साक्षर राज्य” घोषित किया जाता है। त्रिपुरा को यह उपलब्धि मिली ULLAS (Understanding Lifelong Learning for All in Society) – यानी नई भारत साक्षरता योजना के सफल क्रियान्वयन से।

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Periodic Labour Force Survey (2023-24) के अनुसार, त्रिपुरा की साक्षरता दर 93.7% थी और निरक्षर आबादी 23,184 थी। लेकिन सरकार और समाज के साझा प्रयासों ने इसे 95.6% तक पहुंचा दिया। शिक्षा बदलाव की चाबी है, और त्रिपुरा ने आज पूरे देश को दिखा दिया कि अगर प्रयास ईमानदार हो, तो कोई भी राज्य ‘पूर्ण साक्षर’ बन सकता है।


लेखक के बारे में

A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown