त्रिपुरा सरकार आदिवासियों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाना चाहती है: साहा

त्रिपुरा सरकार आदिवासियों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाना चाहती है: साहा

त्रिपुरा सरकार आदिवासियों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाना चाहती है: साहा
Modified Date: October 22, 2025 / 07:25 pm IST
Published Date: October 22, 2025 7:25 pm IST

अगरतला, 22 अक्टूबर (भाषा) त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने बुधवार को कहा कि भाजपा नीत सरकार आदिवासी लोगों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाना चाहती है, न कि उन्हें वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करना चाहती है।

सिपाहीजाला जिले के तकरजाला में पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कई पार्टियों ने चुनाव से पहले आदिवासियों को रैली और जुलूसों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया है।

साहा ने दावा किया, ‘‘राजनीतिक दलों द्वारा इस्तेमाल किए जाने के बावजूद आदिवासी समुदाय का वास्तविक विकास नहीं हुआ। इसकी शुरुआत तब हुई जब 2018 में भाजपा राज्य में सत्ता में आई।’’

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उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार आदिवासी लोगों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार करना चाहती है क्योंकि पार्टी जानती है कि राज्य का विकास तब तक संभव नहीं होगा जब तक कि मूल निवासियों का कल्याण सुनिश्चित नहीं किया जाता।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने राज्य के 12 आदिवासी बहुल ब्लॉक के विकास को गति देने के लिए उन्हें ‘‘महत्वाकांक्षी’’ घोषित किया है।

खोवाई जिले के आश्रमबाड़ी में 27 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ सुन रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर उसके सहयोगी दल टिपरा मोथा के समर्थकों द्वारा कथित तौर पर किए गए हमले का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ‘‘बाहुबल’’ के आगे नहीं झुकेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने दशकों तक राज्य पर शासन करने वाले कम्युनिस्टों से सत्ता छीन ली। अगर कोई कुछ हासिल करने के लिए हमें आतंकित करने की कोशिश करता है, तो उन्हें पता होना चाहिए कि भाजपा को तोड़ना मुश्किल है… हम देश के कानून के अनुसार जवाब देंगे।’’

भाषा शफीक देवेंद्र

देवेंद्र


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