अगरतला, 24 जनवरी (भाषा) मुख्यमंत्री माणिक साहा ने बृहस्पतिवार को कहा कि फरवरी 2023 में शांतिपूर्ण ढंग से विधानसभा चुनाव कराना तथा आदिवासियों एवं गैर-आदिवासियों के बीच संबंध मजबूत करना त्रिपुरा पुलिस की पिछले 150 साल की यात्रा की बड़ी उपलब्धियां हैं।
तत्कालीन त्रिपुरा रियासत में 1873 में महाराजा बीर बिक्रम माणिक्य ने कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए त्रिपुरा पुलिस की स्थापना की थी।
साहा ने यहां प्रज्ञा भवन में पुलिस बल के मुख्य कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में कहा, ‘‘ पिछले (साल) फरवरी में (हिंसक) घटना से मुक्त विधानसभा चुनाव कराना त्रिपुरा पुलिस की सबसे बड़ी उपलब्धि है। उसने यह भी सुनिश्चित किया कि लोग किसी व्यवधान के बिना वोट डालें।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य पुलिस ने जनोन्मुखी नीति अपनाकर आदिवासियों एवं गैर-आदिवासियों के बीच संबंध को मजबूत किया एवं बड़ी सफलता हासिल की।
उन्होंने कहा, ‘‘ इस कार्यक्रम की पृष्ठभूमि में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ मैंने बैठक की । हमने राज्य में मादक पदार्थ की बुराई का डटकर मुकाबला करने का संकल्प लिया।’’
पुलिस की भूमिका की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि विकास, वृद्धि एवं समृद्धि के लिए शांति पूर्व शर्त है।
साहा ने कहा, ‘‘ यदि कानून व्यवस्था अनुकुल नहीं होगी तो विकास के लिए निवेश से किसी उद्देश्य की पूर्ति नहीं होगी। इसलिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों को उन लोगों के खिलाफ जरूर कार्रवाई करनी चाहिए जो कानून का उल्लंघन करते हैं। पुलिस को लोगों का दिल जीतने के लिए जनोन्मुखी नीति भी अपनानी चाहिए।’’
इस कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक अमिताभ राजन एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अनुराग धनखड़ ने भी हिस्सा लिया।
भाषा राजकुमार माधव
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