मेघालय में दो भाजपा विधायकों ने गैर-जनजातियों के व्यापार करने का पक्ष लिया, पार्टी शर्मसार

मेघालय में दो भाजपा विधायकों ने गैर-जनजातियों के व्यापार करने का पक्ष लिया, पार्टी शर्मसार

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  • Publish Date - September 8, 2023 / 05:40 PM IST,
    Updated On - September 8, 2023 / 05:40 PM IST

शिलांग, आठ सितंबर (भाषा) मेघालय में भाजपा विधायकों ए. एल. हेक और सनबोर शुल्लई ने गैर-जनजातियों द्वारा व्यापार करने का पक्ष लेते हुए पारंपरिक दरबार प्रणाली का उल्लंघन किया है जिससे पार्टी को पूर्वोत्तर राज्य में शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। विधायकों के इस कदम की सामाजिक संगठनों ने भी आलोचना की है।

खासी हिल्स स्वायत्त जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य पिनियाद सियेम ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमने दस्तावेज में देखा है कि एक प्रस्ताव पर दो विधायकों हेक और शुल्लई के हस्ताक्षर हैं। यह परिषद के ‘इलाका प्रशासन अधिनियम’ के नियम के सख्त खिलाफ है।’’

इन दोनों विधायकों में से एक.. हेक फिलहाल मेघालय की भाजपा समर्थित डेमोक्रेटिक अलायंस सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं।

भाजपा के दोनों विधायकों ने शहर के रिनजा क्षेत्र में तत्कालीन शरणार्थी पुनर्वास कॉलोनी कल्याण समिति के अध्यक्ष को गैर-जनजातियों को व्यापार करने के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी करने और सभी उद्देश्यों के लिए आवासीय प्रमाणपत्र प्रदान करने की अनुमति देने वाले एक प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए थे।

आरआर कॉलोनी में लगभग 250 मकान हैं। यह बस्ती 1971 के युद्ध में बांग्लादेश से भागकर आए लोगों के लिए बसायी गई थी। यहां रहने वाली ज्यादातर आबादी हिन्दुओं की है।

आदिवासी परिषद सीईएम के अनुसार, इस तरह का प्रस्ताव परिषद द्वारा पारंपरिक दरबारों को दिए गए अधिकार का उल्लंघन करता है क्योंकि यह क्षेत्र ‘रिनजाह के दरबार श्नोंग’ के अधिकार क्षेत्र में आता है और इसे परिषद द्वारा विधिवत मान्यता प्राप्त है।

कई संगठनों ने भाजपा पर राज्य में जनजातीय लोगों की परंपराओं में हस्तक्षेप करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।

खासी जयंतियां और गारो लोगों के महासंघ का मानना है कि विधायकों को ऐसे संवेदनहीन और गैर-जिम्मेदाराना कृत्य करने से बचना चाहिए जो हमारे पारंपरिक निकायों की भूमिका का अवमूल्यन करता है।

भाषा अर्पणा संतोष

संतोष