ओडिशा विधानसभा में हंगामा, कई बाद सदन की कार्रवाई करनी पड़ी स्थगित

ओडिशा विधानसभा में हंगामा, कई बाद सदन की कार्रवाई करनी पड़ी स्थगित

ओडिशा विधानसभा में हंगामा, कई बाद सदन की कार्रवाई करनी पड़ी स्थगित
Modified Date: March 10, 2025 / 09:10 pm IST
Published Date: March 10, 2025 9:10 pm IST

भुवनेश्वर, 10 मार्च (भाषा)ओडिशा विधानसभा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक की कथित विवादास्पद टिप्पणी और राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के मुद्दे पर सोमवार को विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) और कांग्रेस विधायकों ने हंगामा किया जिसकी वजह से सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।

बीजद सदस्यों ने भाजपा विधायक जय नारायण मिश्रा की 1936 में कोशल के ओडिशा में विलय से संबंधित टिप्पणी पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से बयान की मांग की, जबकि कांग्रेस विधायकों ने राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में कथित वृद्धि को लेकर हंगामा किया।

संबलपुर में आठ मार्च को आयोजित एक आधिकारिक समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री मिश्रा ने यह टिप्पणी करके विवाद खड़ा कर दिया था कि पश्चिमी क्षेत्र के लोग जिन्हें पहले कोशल के नाम से जाना जाता था की उपेक्षा की गई, जबकि तटीय जिलों (उत्कल क्षेत्र) को लाभ मिला।

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मिश्रा ने कहा था कि ओडिशा का गठन 1936 में उत्कल, कलिंग और कोसल क्षेत्र के विलय से हुआ था। उन्होंने यह भी कहा कि कोसल का ओडिशा में विलय करना एक ‘‘ऐतिहासिक गलती’’ थी।

पूर्व मंत्री अनंत चरण दास को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन में हंगामा देखने को मिला। चरण दास का रविवार को देहांत हो गया था।

हाथों में तख्तियां लिए और नारे लगाते हुए विपक्षी सदस्य सदन के समक्ष आ गए। बीजद सदस्य आसन के नजदीक आकर नारे लगा रहे थे जबकि वरिष्ठ कांग्रेस सदस्य ताराप्रसाद बहिनपति अध्यक्ष के आसन पर चढ़ते देखे गए।

विधानसभा की अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने हंगामे की वजह से पहले सदन को सुबह 10:43 बजे से दोपहर 12:09 बजे तक, बाद में दोपहर 12:22 बजे से दोपहर एक बजे तक, तथा दोपहर 1:10 बजे से शाम 4 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।

भाषा धीरज नरेश

नरेश


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