पोर्ट ब्लेयर, चार अप्रैल (भाषा) अंडमान-निकोबार के संरक्षित उत्तरी सेंटिनल द्वीप में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए 24 वर्षीय अमेरिकी नागरिक को अदालत ने शुक्रवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अंडमान एवं निकोबार पुलिस के अपराध जांच विभाग द्वारा 31 मार्च को गिरफ्तार किये गये मिखाइलो विक्टरोविच पोल्याकोव ने बिना अनुमति के संरक्षित जनजातीय क्षेत्र में प्रवेश किया था।
उन्होंने बताया कि पोल्याकोव को तीन दिन की पुलिस हिरासत पूरी होने के बाद शुक्रवार को पोर्ट ब्लेयर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में पेश किया गया।
पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘उनके वकील ने ‘वकालतनामा’ पेश किया लेकिन जमानत की अर्जी नहीं दी।’’ उन्होंने बताया, ‘‘मामले की सुनवाई के बाद सीजेएम ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। मामले की अगली सुनवाई 17 अप्रैल को होगी।’’
अधिकारी ने बताया कि पोल्याकोव 26 मार्च को द्वीपसमूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर पहुंचा था। उन्होंने बताया कि आरोपी 29 मार्च की रात करीब एक बजे पोर्ट ब्लेयर के निकट कुर्मा डेरा समुद्र तट से एक नाव में सवार होकर बिना किसी पूर्व अनुमति के उत्तरी सेंटिनल द्वीप के लिए रवाना हुआ। वह अपने साथ सेंटिनल लोगों के लिए उपहार के रूप में एक नारियल और एक कोला का कैन भी लेकर गया था।
उत्तरी सेंटिनल द्वीप में रहने वाले सेंटिनली लोगों को विशेष रूप से कमज़ोर जनजातीय समूह के रूप में नामित किया गया है। वे अंडमानी लोगों के व्यापक वर्ग से संबंधित हैं। वे बाहरी लोगों के प्रति शत्रुतापूर्ण हैं और द्वीप पर आने वाले या उतरने वाले लोगों को मार चुके हैं।
अमेरिकी ईसाई धर्म प्रचारक जॉन चाऊ की नवंबर 2018 में उस समय हत्या कर दी गई थी, जब उन्होंने सेंटिन आदिवासियों से संपर्क करने की कोशिश की। इस समुदाय को अंतिम ‘प्री-नियोलिथिक’ जनजाति माना जाता है।
भाषा धीरज पवनेश
पवनेश