मशहूर पर्वतारोही सविता कंसवाल की मौत, 15 दिन के भीतर माउंट एवरेस्ट और माउंट मकालू पर चढ़कर बनाया था रिकॉर्ड

उत्तराखंड हिमस्खलन: मृतकों में मशहूर पर्वतारोही सविता कंसवाल शामिल

मशहूर पर्वतारोही सविता कंसवाल की मौत, 15 दिन के भीतर माउंट एवरेस्ट और माउंट मकालू पर चढ़कर बनाया था रिकॉर्ड
Modified Date: November 29, 2022 / 07:56 pm IST
Published Date: October 5, 2022 3:30 pm IST

Renowned mountaineer Savita Kanswal dead: उत्तरकाशी (उत्तराखंड), 5 अक्टूबर ।  उत्तरकाशी जिले में द्रौपदी का डांडा-2 शिखर पर 17,000 फुट की ऊंचाई पर हुए भीषण हिमस्खलन में जान गंवाने वालों में मशहूर पर्वतारोही सविता कंसवाल भी शामिल हैं।

कंसवाल ने 15 दिन के भीतर माउंट एवरेस्ट और माउंट मकालू पर चढ़ाई करके राष्ट्रीय रिकॉर्ड कायम किया था।

उत्तरकाशी स्थित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के प्राचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने बुधवार को कंसवाल की मृत्यु की पुष्टि की। अभी तक बरामद किए गए चार शवों में उनका शव भी शामिल है।

 ⁠

read more: सरकारी नौकरी: PO के 1673 पदों के लिए SBI में निकली भर्ती, यहां जानें कैसे करें आवेदन

हिमस्खलन मंगलवार को उस समय हुआ जब पर्वतारोहियों के 41 सदस्यों का एक दल शिखर से वापस लौट रहा था।

कंसवाल निम में एक प्रशिक्षक के रूप में काम करती थीं और प्रशिक्षु पर्वतारोहियों के साथ द्रौपदी का डांडा-2 गई थीं।

कंसवाल के निधन की खबर से उनके गांव लोंथरू में मातम छा गया है।

कर्नल बिष्ट ने कहा कि कंसवाल ने इस क्षेत्र में अपेक्षाकृत नयी होने के बावजूद पर्वतारोहण की दुनिया में अपने लिए एक जगह बना ली थी।

read more: केंद्र सरकार लेकर आई है ये बेहद खास पेंशन योजना, हर महीने मिलेंगे 6000 रुपये, जल्द करें अप्लाई

कंसवाल ने 2013 में निम से अपना ‘बेसिक, एडवांस, सर्च एंड रेस्क्यू’ और पर्वतारोहण प्रशिक्षक का पाठ्यक्रम किया था और 2018 से संस्थान में प्रशिक्षक के रूप में काम कर रही थीं।

कर्नल बिष्ट ने कहा कि कंसवाल संस्थान के सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षकों में से एक थीं।

राधेश्याम कंसवाल और कमलेश्वरी देवी के घर जन्मी कंसवाल चार बहनों में सबसे छोटी थीं।

कर्नल बिष्ट ने कहा कि विनम्र स्वभाव की कंसवाल महत्वाकांक्षी थीं और उनमें अपने सपनों को पूरा करने का साहस व जज्बा था।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com