उत्तराखंड : काशीपुर में कश्मीरी युवक से मारपीट के मामले में मुकदमा दर्ज, कुछ युवक हिरासत में

उत्तराखंड : काशीपुर में कश्मीरी युवक से मारपीट के मामले में मुकदमा दर्ज, कुछ युवक हिरासत में

उत्तराखंड : काशीपुर में कश्मीरी युवक से मारपीट के मामले में मुकदमा दर्ज, कुछ युवक हिरासत में
Modified Date: December 26, 2025 / 03:08 pm IST
Published Date: December 26, 2025 3:08 pm IST

काशीपुर, 26 दिसंबर (भाषा) उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जिले के काशीपुर में फेरी लगाकर शॉल बेचने वाले एक कश्मीरी युवक के साथ कथित रूप से मारपीट करने और धमकी देने के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कुछ युवकों को हिरासत में लिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

ऊधमसिंह नगर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मणिकांत मिश्रा ने बताया कि यह कार्रवाई 24 दिसंबर को सोशल मीडिया मंच ‘इंस्टाग्राम’ पर वायरल हुए एक वीडियो के आधार पर की गई है, जिसमें काशीपुर के मानपुर क्षेत्र में कुछ युवक बिलाल अहमद (30) नामक शॉल विक्रेता के साथ अभद्रता और दुर्व्यवहार करते दिखाई दे रहे हैं।

उन्होंने बताया कि मूलरूप से जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के निवासी बिलाल अहमद पिछले नौ वर्षों से क्षेत्र में रहकर रोजगार कर रहे हैं।

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उन्होंने बताया कि वीडियो सामने आते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित सोशल मीडिया मंच से वीडियो हटवा दिया, ताकि किसी भी तरह की सामाजिक तनाव की स्थिति उत्पन्न न हो।

फिलहाल पास के रामनगर में रह रहे अहमद ने बाद में काशीपुर थाने में इस संबंध में तहरीर दी।

तहरीर के अनुसार, 22 दिसंबर को मानपुर इलाके में उजाला अस्पताल के सामने छह अज्ञात युवकों ने उसे रोका, कथित तौर पर धार्मिक नारे लगाने के लिए मजबूर किया और इनकार करने पर उसके साथ मारपीट की और अपशब्द कहे।

तहरीर में यह भी आरोप लगाया गया है कि आरोपियों ने उसके पास मौजूद गर्म कपड़े और नकदी छीनने का प्रयास किया तथा दोबारा फेरी लगाने पर जान से मारने की धमकी दी।

पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है और मामले की जांच जारी है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वायरल वीडियो में दिखाई दे रहे कुछ युवकों को हिरासत में लिया गया है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि कानून-व्यवस्था और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने आम लोगों से भी अपील की कि वे किसी भी प्रकार की भड़काऊ सामग्री को सोशल मीडिया पर साझा न करें।

भाषा सं दीप्ति मनीषा खारी

खारी


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