रास में उठाए गए इंडिगो संकट, युवाओं की मौत के मामलों में वृद्धि सहित विभिन्न मुद्दे

रास में उठाए गए इंडिगो संकट, युवाओं की मौत के मामलों में वृद्धि सहित विभिन्न मुद्दे

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  • Publish Date - December 12, 2025 / 03:04 PM IST,
    Updated On - December 12, 2025 / 03:04 PM IST

नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (भाषा) राज्यसभा में शुक्रवार को शून्यकाल के दौरान सदस्यों ने हालिया इंडिगो संकट, वन क्षेत्र में सड़कों का अभाव, सोशल मीडिया की रील और युवाओं की मौत के मामलों में वृद्धि सहित विभिन्न मुद्दे उठाए और सरकार से इनके समाधान की मांग की।

उच्च सदन में शून्यकाल के दौरान आम आदमी पार्टी के डॉ विक्रमजीत सिंह साहनी ने कहा कि डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) ने जनवरी में उड़ान सुरक्षा संबंधी एक परिपत्र जारी किया जिसमें पायलट के उड़ान संबंधी नियम थे। ‘‘यह अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों के अनुरूप था। इसका पहला चरण जुलाई में लागू हुआ और दूसरा चरण हाल ही में लागू हुआ जिसका परिणाम सबने देखा।’’

साहनी ने कहा कि दूसरे चरण को वापस ले लिया गया और सुरक्षा से एक तरह से समझौता किया गया। करीब पांच दिन तक यात्रियों को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ा, सबने देखा।

उन्होंने दावा किया कि 65 फीसदी हवाई यातायात दो विमानन कंपनियों के माध्यम से होता है। उन्होंने कहा कि आरोप लगाए बिना यह देखना चाहिए कि यह हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि बैंक, बिजली संयंत्र आदि में ‘एनपीए या एनसीएलटी’ होता है तो सरकार उनका पुनर्गठन करती है। ‘‘लेकिन एयरलाइन के मामले में ऐसा नहीं हुआ।’’

साहनी ने कहा कि एयरलाइनों की समस्या जो भी हो, नागरिकों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।

कांग्रेस के जी सी चंद्रशेखर ने कर्नाटक के गन्ना किसानों का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि उत्तर कर्नाटक में गन्ना किसान अपने उत्पाद के उचित दाम की मांग करते हुए आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संकट 2024-25 इथेनॉल आवंटन में भेदभाव से यह संकट और बढ़ गया। उन्होंने कहा कि राज्य को कम इथेनॉल आवंटन हुआ था।

भाजपा के अरुण सिंह ने वनों में रह रहे आदिवासियों को सड़कों के अभाव के कारण होने वाली समस्याओं का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कई वन क्षेत्रों में या उनके आसपास आदिवासी रहते हैं लेकिन वहां अभी सड़कें नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कुछ क्षेत्रों में सड़कें बनीं, लेकिन वन विभाग के आपत्ति जताने पर काम बंद कर दिया गया और कुछ किलोमीटर आगे जा कर फिर सड़क बनी।

सिंह ने कहा ‘‘ऐसे में आवागमन में मुश्किल होती है। प्रसव आदि के लिए महिलाओं को ले जाने में दिक्कत होती है और इलाज में देर से जान जाने के मामले भी हुए हैं।’’

सिंह ने मांग की कि जिन हिस्सों में पेड़ नहीं काटे जाने है, वहां छोटी-छोटी सड़कों का सर्वेक्षण कराया जाए और नीतिगत परिवर्तन करना है तो करें, लेकिन वहां रह रहे आदिवासियों को सुविधा दें।

उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्र को चिह्नित कर गैर अधिसूचित किया जाए जहां तीन चार किमी तक कोई पेड़ नहीं है। इस हिस्से में सड़क बनाई जाए ताकि आदिवासियों को राहत मिले।

इसी पार्टी के मदन राठौर ने कहा कि सोशल मीडिया मंचों में ऐसी रील आ रही हैं जिनमें रिश्तों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और महिलाओं का अशोभनीय चित्रण किया जाता है जिससे पारिवारिक मूल्यों का ह्लास हो रहा है।

उन्होंने कहा कि आज कल बच्चे भी इन रील को देखते हैं और उन पर प्रतिकूल असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि कुछ रील में तो बच्चे भी नजर आते हैं जबकि उनका बचपन इससे अलग होना चाहिए।

राठौर ने कहा ‘‘ये रील सभी देखते हैं, लेकिन इनका नकारात्मक प्रभाव ही पड़ता है। इस बारे में कोई नियम होना चाहिए, खास कर छोटे-छोटे वीडियो के लिए। आपत्तिजनक सामग्री के लिए कड़ी सजा का कानूनी प्रावधान हो और ऐसी रील बनाने वालों को भी कठोर दंड देने का प्रावधान हो।’’

आप सदस्य राजेंद्र गुप्ता ने मोहाली के शहीदे-आजम भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से और अधिक अंतरराष्ट्रीय मार्ग शुरू करने की मांग की।

उन्होंने कहा कि इस हवाई अड्डे से अभी दुबई और अबुधाबी के लिए दो अंतरराष्ट्रीय मार्ग हैं। इनसे पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाण और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के उन यात्रियों की मांगें पूरी नहीं होती जिन्हें अपने अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए पहले दिल्ली या अन्यत्र जाना पड़ता है।

द्रमुक सदस्य आर गिरिराजन ने कहा कि कोविड काल के बाद बीते चार साल के दौरान हृदयघात से 40 साल से कम उम्र युवाओं की मौत के मामलों में चार गुना वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि युवाओं की मौत के और भी कारण हैं लेकिन हृदयाघात मुख्य कारण है।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कह चुकी है कि कोविड के टीकों की इसमें कोई भूमिका नहीं है। ‘‘लेकिन यह गंभीर मुद्दा है।’’

गिरिराजन ने मांग की इस संबंध में सरकार को वैज्ञानिक कारणों को ध्यान में रखते हुए आईसीएमआर और एम्स के विशेषज्ञों की समिति बना कर अनुसंधान एवं शोध कराना चाहिए ताकि सच का पता चल सके।

भाजपा के शंभूशरण पटेल ने बिहार में ट्रेनों की गति धीमी होने का दावा करते हुए कहा कि अमृत भारत योजना के तहत कई रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प किया गया है लेकिन बिहार में ट्रेनों की गति बढ़ाने की दिशा में अब तक प्रयास नहीं हुए।

इसी पार्टी के सतपाल शर्मा ने जम्मू कश्मीर के मौसम में तीव्र बदलाव और इसके दुष्प्रभावों से लोगों पर होने वाले असर का मुद्दा उठाया। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि जम्मू कश्मीर में जलवायु चेतावनी प्रणाली को उन्नत बनाएं तथा अनुकूलन एवं शमन पहल के लिए मदद करें।

भाजपा के ही भीम सिंह ने सुरक्षा क्षेत्र के प्रतीकों के रूप में विदेशी चिह्न का प्रयोग किए जाने का मुद्दा उठाया।

भाषा

मनीषा अविनाश

अविनाश