CM bante hi ye kya kar gaye Siddaramaiah

कुर्सी संभालते ही ये क्या कर गए सीएम सिद्धारमैया, ऐसा ही करते रहे तो डूब जाएगी कांग्रेस की नैय्या, जानिए क्या है पूरा मामला

School Teacher Suspended: कर्नाटक के सरकारी स्कूल के टीचर को सिद्धारमैया सरकार की सोशल मीडिया पर आलोचना करना महंगा पड़ गया।

Edited By :   Modified Date:  May 22, 2023 / 04:08 PM IST, Published Date : May 22, 2023/4:08 pm IST

बेंगलुरु: School Teacher Suspended: कर्नाटक के सरकारी स्कूल के टीचर को सिद्धारमैया सरकार की सोशल मीडिया पर आलोचना करना महंगा पड़ गया। इस स्कूल टीचर को सस्पेंड कर दिया गया है। शिक्षक ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार और उनके मुफ्त उपहारों के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा था। सरकारी शिक्षक का नाम शांतामूर्ति एमजी है और वह होसदुर्गा के कनुबनहल्ली सरकारी स्कूल में टीचर के रूप में काम कर रहे थे। उन्होंने सरकार की आलोचना करते हुए अपने पोस्ट में सिद्धारमैया को कर्ज लेकर रेवड़ी बांटने वाला मुख्यमंत्री बताया था।

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शिक्षक ने सिद्धारमैया को बताया था कर्ज लेकर रेवड़ी बांटने वाला मुख्यमंत्री

School Teacher Suspended: इस पोस्ट के बाद टीचर का सस्पेंशन ऑर्डर जारी हो गया। कहा जा रहा है कि शांतामूर्ति एमजी ने शनिवार को सिद्धारमैया के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के दौरान पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान लिए गए कर्ज का जिक्र करके सरकारी सेवा नियमों का उल्लंघन किया है।

शिक्षक ने अपने पोस्ट में सीएम कार्यकाल के दौरान कर्ज का जिक्र किया था, जिसमें कहा गया था कि पूर्व मुख्यमंत्रियों एसएम कृष्णा के कार्यकाल के दौरान कर्ज 3,590 करोड़ रुपये, धर्म सिंह के कार्यकाल के दौरान 15,635 करोड़ रुपये, एचडी कुमारस्वामी के कार्यकाल के दौरान 3,545 करोड़ रुपये, बीएस येदियुरप्पा के कार्यकाल के दौरान 25,653 करोड़ रुपये, डीवी सदानंद गौड़ा के कार्यकाल के दौरान 9,464 करोड़ रुपये, जगदीश शेट्टार के कार्यकाल के दौरान 13,464 करोड़ रुपये और सिद्धारमैया के कार्यकाल के दौरान 2,42,000 रुपये था।

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School Teacher Suspended: उन्होंने कहा कि 1999 से जब कृष्णा मुख्यमंत्री थे तब से लेकर 2013 तक, जब शेट्टार ने पदभार संभाला था, तब तक 71,331 करोड़ रुपये का कर्ज था, लेकिन 2013 और 2018 के बीच सिद्धारमैया के कार्यकाल के दौरान मुफ्त के घोषणा के यह कारण यह बढ़कर 2,42,000 करोड़ रुपये हो गया। इस पोस्ट के बाद बाद शनिवार को फील्ड एजुकेशन ऑफिसर एल जयप्पा ने सस्पेंशन ऑर्डर जारी कर दिया।

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