क्या है विंडो सीट के पीछे की कहानी ? कैसे मिलती है यात्रियों को ये जगह..जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर

What is the story behind the window seat? Read the full news to know how the travelers get this place.

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  • Publish Date - September 21, 2022 / 05:40 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 09:00 PM IST

Printing Press of Railways :

know how the travelers get window seat in train: दिल्ली :रेलवे में हर रोज़ लाखों की तदाद में लोग सफर करते है। रेल एक ऐसा साधन है जो हर वर्ग के व्यक्ति के लिए किफायती है। लेकिन इस रेल गाड़ी में टिकट मिलना किसी जंग से कम नहीं है। किफायती होने की वजह से देश की जनता रेलवे की सुविधा का आनंद उठती है। इसके साथ ही अधिकतर यात्री सोचते है की अगर सफर के दौरान विंडो सीट का लुत्फ उठाने को मिल जाता तो मजा ही आ जाता। लेकिन हम सोचते है की विंडो सीट मिलना किस्मत की बात है।

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लोअर बर्थ पर पहली प्राथमिकता बुजुर्गों की होती है

know how the travelers get window seat in train:विंडो सीट मिलना कोई किस्मत की बात नहीं है। इसके लिए रेलवे ने नियम बनाए और उन नयमों के तहत ही यात्री को सफर के दौरान सीट मिलती है। आपको बता दें कि लोअर बर्थ को लेकर रेलवे में सबसे पहले प्राथमिकता बुजुर्गों के लिए दी गई है। इसके अलावा दिव्यांग लोगों को भी रेलवे की तरफ से लोअर बर्थ आवंटन में प्राथमिकता दी जाती है।

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रेलवे के नियम के अनुसार विंडो सीट आवंटन की जाती है

know how the travelers get window seat in train: इसके साथ ही आपको बता दें कि असल में लोअर बर्थ कोटा सिर्फ 60 साल और उससे ज्यादा की उम्र के पुरुषों के लिए होता है। तो वहीं, 45 साल और उससे भी अधिक उम्र की महिलाओं के लिए भी लोअर बर्थ निर्धारित की गई है। ताकि सफर के दौरान बुजुर्गों को परेशानी न हो। वही रेलवे के मुताबुक, लोअर बर्थ पर सफर करने वाले को ही विंडो सीट का अधिकार होता है. आमतौर पर लोअर बर्थ सीनियर सिटीजन को ही अलॉट की जाती है। इसके साथ ही आपको बता दे कि अगर ट्रेन खाली तो आपको लोअर बर्थ मिल सकता है। हालांकि ऐसा बहुत कम होता है की यात्री को ये सुविधा मिले। क्योकि रेलवे एक बड़ा प्लेटफार्म है और इसमें देश भर के लोग सफर करते है।

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जानें क्या कहते है रेलवे के नियम

know how the travelers get window seat in train: इसके साथ ही रेलवे ने मिडिल बर्थ के लिए भी नियम बनाए है। जिसके मुताबिक अगर आप यात्रा कर रहे है और आपकी सीट मिडिल बर्थ में है। तो रेलवे के नियम के अनुसार मिडिल बर्थ वाले यात्री रात में 10 बजे से सुबह 6 बजे तक ही मिडिल बर्थ खोल सकते हैं। वही मिडिल बर्थ ओपन करने से पहले लोअर बर्थ वाले को 3 बार सूचना देनी होती है। वही अगर मिडिल बर्थ वाला यात्री सुबह होने के बाद सीट नहीं बंद करता है। तो इसकी शिकायत यात्री टीटीई से कर सकते है।