जब भारत में कम दरों पर ऋण उपलब्ध है तो विदेश से उधार क्यों लिया गया : भाजपा ने विजयन से पूछा

जब भारत में कम दरों पर ऋण उपलब्ध है तो विदेश से उधार क्यों लिया गया : भाजपा ने विजयन से पूछा

  •  
  • Publish Date - December 2, 2025 / 02:50 PM IST,
    Updated On - December 2, 2025 / 02:50 PM IST

तिरुवनंपुरम, दो दिसंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने मंगलवार को सवाल किया कि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मसाला बॉण्ड के माध्यम से विदेशों से उच्च ब्याज दर पर पैसा क्यों उधार लिया, जबकि भारत में कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध है।

चंद्रशेखर ने फेसबुक पर एक पोस्ट में विजयन से कई सवाल पूछे, जिनमें यह भी शामिल था कि मसाला बॉण्ड के माध्यम से 9.5 प्रतिशत की ब्याज दर पर विदेश से 2,100 करोड़ रुपये क्यों उधार लिये गए और उन्होंने भारतीय बाजार से कम ब्याज दरों पर ऋण प्राप्त करने का प्रयास क्यों नहीं किया।

भाजपा नेता ने यह भी आरोप लगाया कि एक बिचौलिये को 21 करोड़ रुपये कमीशन के तौर पर दिए गए और उन्होंने पूछा कि वह (बिचौलिया) कौन था। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत जरूरी अनुमति ली गई थी।

चंद्रशेखर ने कहा कि ये ‘‘प्रासंगिक प्रश्न’’ थे और अगर केरल सरकार ‘‘ईमानदार’’ होती, तो उसे अब तक इनका उत्तर दे देना चाहिए था। उन्होंने यह भी कहा कि देश के अन्य सभी राज्य बॉण्ड के माध्यम से भारत के भीतर से धन जुटाते हैं।

उनकी ये टिप्पणियां केरल इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट फंड बोर्ड (केआईआईएफबी) मसाला बॉण्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा विजयन, पूर्व वित्त मंत्री थॉमस इसाक और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के. एम. अब्राहम को फेमा के तहत 466 करोड़ रुपये का ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किये जाने के एक दिन बाद आई हैं।

केआईआईएफबी बड़ी और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए राज्य सरकार की प्राथमिक एजेंसी है और इसने राज्य में बड़ी एवं महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए 50,000 करोड़ रुपये जुटाने की अपनी योजना के तहत 2019 में अपने पहले मसाला बॉण्ड ‘निर्गम’ के जरिये 2,150 करोड़ रुपये जुटाए थे।

मसाला बॉण्ड भारत के बाहर जारी किये जाने वाले बॉण्ड होते हैं, लेकिन स्थानीय मुद्रा के बजाय इन्हें भारतीय मुद्रा में जारी किया जाता है।

भाषा गोला सुरेश

सुरेश