#SarkarOnIBC24: मैच फिक्सिंग वाला दांव.. जिताएगा चुनाव! आखिर राहुल गांधी के आर्टिकल क्यों मचा है सियासी बवाल?
Why has Rahul Gandhi's article created a political uproar?
नई दिल्लीः SarkarOnIBC24 बिहार में विधानसभा चुनाव का बिगुल बस बजने वाला है। तब राहुल गांधी ने एक निजी अखबार पर आर्टिकल लिखकर बीजेपी पर महाराष्ट्र चुनाव में धांधली करने का आरोप लगाया है, लेकिन चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को बताया बेबुनियाद बताया। जबकि बीजेपी और NDA के घटक दलों ने राहुल पर संवैधानिक संस्थाओं पर भरोसा ना करने का आरोप लगाया और उनके इस्तीफे की मांग कर दी। आखिर राहुल गांधी के आर्टिकल में ऐसा क्या है जिस पर सियासी बवाल मच गया है?
SarkarOnIBC24 बिहार चुनाव की आमद के बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी एक बार फिर सियासत के केंद्र में आ गए हैं और अब राहुल के बयान से नया सियासी तूफान उठ खड़ा हुआ है। दरअसल, राहुल गांधी ने शनिवार को एक अखबार में आर्टिकल लिखकर बीजेपी और चुनाव आयोग पर आरोपों की बौछार की। उन्होंने X में आर्टिकल पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘भाजपा और उसके सहयोगियों ने चुनाव जीतने के लिए 5 स्टेप की प्लानिंग की थी। राहुल ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने महाराष्ट्र चुनाव जीतने के लिए चुनाव आयोग में अपने हिसाब से की लोगों की नियुक्ति की और वोटर लिस्ट में फर्जी नाम जोड़े गए। साथ ही वोटिंग का आंकड़ा जरुरत से ज्यादा दिखाया और बीजेपी को जिस इलाके में हार का डर था, वहां फर्जी वोट डलवाए और फिर सबूतों को छुपाया।
राहुल ने इसके बाद लिखा कि “यह समझना मुश्किल नहीं है कि महाराष्ट्र में भाजपा इतनी बौखलाहट में क्यों थी। लेकिन हेराफेरी करना मैच फिक्सिंग जैसा है। जो टीम धोखा देती है वो भले ही जीत जाए, लेकिन इससे संस्थाएं कमजोर होती हैं और जनता का चुनावी नतीजों पर भरोसा खत्म हो जाता है। हर जिम्मेदार भारतीय को इन सबूतों को देखना चाहिए, खुद निर्णय करना चाहिए और सवाल पूछने चाहिए। मैच फिक्स करके हुए चुनाव किसी भी लोकतंत्र के लिए जहर है। महाराष्ट्र की तरह की मैच फिक्सिंग अगली बार बिहार में होगी, फिर किसी भी राज्य में जहां भाजपा हारती दिख रही हो।” राहुल गांधी ने जहां बीजेपी पर ताबड़तोड़ आरोप लगाए तो बीजेपी समेत एनडीए नेताओं ने राहुल पर जमकर प्रहार किया और कहा कि राहुल गांधी खुद को संवैधानिक संस्थाओं से ऊपर मानते हैं। उन्होंने जमीन में उतरे बिना ही अपनी हार स्वीकार कर ली है। अगर राहुल को संवैधानिक संस्थाओं में भरोसा नहीं है तो वो इस्तीफा दे दें। देश ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी राहुल के बयान पर खासा उबाल देखने को मिला।
राहुल के आरोपों पर जहां बीजेपी हमलावर है तो कांग्रेस राहुल गांधी के बयान का समर्थन करती नजर आई। वैसे ये पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी ने बीजेपी के बहाने चुनाव आयोग पर निशाना साधा हो। कई राज्यो में कांग्रेस की हार के बाद लगातार चुनाव आयोग पर सवाल खड़े करते रहे हैं। जाहिर है राहुल गांधी का निशाना 2025 के अंत में होने वाला बिहार चुनाव है..जिसके लिए वो कोई मौका नहीं छोड़ रहे तो बीजेपी भी राहुल और कांग्रेस को आईना दिखाने में पीछे नहीं है।

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