भोपालः SarkarOnIBC24 मध्यप्रदेश दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी जाते-जाते भरपूर मसाला दे गए, जिन पर बोल, बहस, बयान,बतंगड़, सवाल और अब एक्शन भी जारी है। उनके लंगड़े घोड़े वाले बयान के इफेक्ट और साइड इफेक्ट अभी आ ही रहे थे कि दिग्गी के अनुज लक्ष्मण सिंह ने खुलकर अपने जज्बात जाहिर कर दिए। जज्बात इतने खुलकर आए तो हालात भी तो बदलेंगे..ये लाजमी है..मतलब ये कि अभी तक ये सस्पेंस खत्म नहीं हुआ कि लंगड़े घोड़े कौन और पहला एक्शन किस पर? उससे पहले ही लक्ष्मण सिंह स्वयं तोप के मुहाने पर आ खड़े हुए हैं। सवाल है कि ये सूरतेहाल मप्र कांग्रेस के लिए फायदेमंद है या फिर उसे और बैकफुट में ले जाने वाला?
SarkarOnIBC24 अपनी ही पार्टी के खिलाफ लगातार बयानबाजी करने वाले पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह के खिलाफ गाज गिरना तय माना जा रहा है। मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी ने इस बात के संकेत भी दे दिए है। लक्ष्मण सिंह पार्टी की लक्ष्मण रेख कई बार लांघ चुके हैं। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की अनुशासन समिति के सचिव तारिक अनवर ने लक्ष्मण सिंह के निष्कासन का प्रस्ताव कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजा है। कश्मीर के पहलगाम में 26 अप्रैल को हुए आतंकी हमले को लेकर लक्ष्मण सिंह ने जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला पर निशाना साधा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला आतंकवादियों से मिले हुए हैं। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को तुरंत नेशनल कांफ्रेंस से समर्थन वापस ले लेना चाहिए। ना सिर्फ ये बल्कि लक्ष्मण सिंह ने कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा को भी निशाने पर लिया था। अब इस मामले पर कांग्रेस सफाई दे रही है तो बीजेपी खिंचाई कर रही है।
राहुल गांधी ने मप्र में कांग्रेस के नेताओं को तीन कैटेगरी में रखा है..सबसे ज्यादा चर्चा लंगड़े घोड़े की और बारात वाले घोड़े की हो रही है। ऐसे में लगातार अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले लक्ष्मण सिंह को शाक्ति बाण मारकर कांग्रेस ये दिखाना चाहेगी कि ये राहुल के दौरे का इफेक्ट है।