Yakub Memon : मुंबई – 1993 बम ब्लास्ट के दोषी रहे याकूब मेनन को आज से 7 साल पहले मुंबई के बड़ा कब्रिस्तान में दफना दिया गया था। अब उसकी कब्र का जिक्र एक बार फिर जाग उठा है। जानकारी के मुताबिक याकूब मेमन की कब्र के इर्द-गिर्द मार्बल लगाया गया है और साथ ही वहां लाइटिंग भी की गई थी। बताया जा रहा है कि पांच महीने पहले कब्र पर मार्बल लगाने और लाइटिंग का काम हुआ था। बीजेपी नेता राम कदम ने जब सवाल उठाए तो उसके बाद मुंबई पुलिस की टीम कब्रिस्तान पहुंची। इसके बाद फौरन लाइटिंग को हटा दिया गया। बीजेपी ने सीधे तौर पर इसके लिए उद्धव ठाकरे की पूर्व सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।>>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<<
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Yakub Memon : 29 साल पहले मार्च, 1993 में सीरियल बम ब्लास्ट ने मायानगरी मुंबई को दहला दिया था। इस धमाके में 250 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी और सैकड़ों लोग घायल हो गए थे। इन बम धमाकों का मुख्य साजिशकर्ता टाइगर मेमन और उसका परिवार था। टाइगर के भाई याकूब मेमन पर धमाकों की साजिश के लिए पैसे जुटाने का आरोप था। इसी के चलते 27 जुलाई 2007 को टाडा कोर्ट ने याकूब मेमन को मौत की सजा सुनाई थी। बाद में उसे 30 जुलाई, 2015 को फांसी पर लटका दिया गया था।
Yakub Memon : बीजेपी का कहना है कि उद्धव ठाकरे के सीएम रहते कब्र को मजार बनाने का काम हुआ। इस मामले में उद्धव ठाकरे, शरद पवार और राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए। वहीं वीएचपी प्रवक्ता श्रीराज नायर का कहना है कि याकूब मेमन की पूरी कब्र को तोड़ देना चाहिए। आतंकी की कब्र पर लाइटें लगाना आतंकवाद को समर्थन देने जैसा है।
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Yakub Memon : ऐसे में शिवसेना की युवा सेना प्रमुख और विधायक आदित्य ठाकरे ने बीजेपी को करारा जवाब दिया है। आदित्य ठाकरे ने सवाल पूछा कि याकूब मेमन को समुद्र में क्यों नहीं दफनाया गया जैसे ओसामा बिन लादेन को समुद्र में दफनाया गया था। जब दफनाया गया तब वहां किसकी सरकार थी। इस तरह के सवाल उठाते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि आरोप लगाते समय यह देखना जरूरी है कि सही स्थिति क्या है। उन्होंन कहा कि बीएमसी चुनाव की वजह से बीजेपी की ओर से यह राजनीति हो रही है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि ऐसे विषय सामने आ रहे हैं जब चुनाव नजदीक हैं। औरंगाबाद से भी इस तरह के मुद्दे सामने आ रहे थे। आखिरकार मीडिया के जरिए सच्चाई सामने आ ही गई। आरोप लगाते समय यह देखना जरूरी है कि वास्तविक स्थिति क्या है। कुछ भी कह सकते हैं। आदित्य ठाकरे ने यह भी कहा कि 2015 में जब हम सरकार में थे तो हमारी कितनी सुनी जाती थी।
Yakub Memon : आदित्य ठाकरे ने आगे सवाल करते हुए कहा कि राजनीति होनी चाहिए लेकिन उसकी भी एक सीमा होती है। आज लगाए गए आरोप झूठे हैं। धार्मिक विवाद खड़ा करना ठीक नहीं है। वास्तविक स्थिति का सामना करना जरूरी है। जब दफनाया गया था, तब बड़ी सुरक्षा प्रदान की गई थी। उन्होंने कहा कि उसे ओसामा बिन लादेन की तरह समुद्र में क्यों नहीं दफनाया। यह एक निजी कब्रिस्तान है। कब्र किसकी सरकार में थी, क्या वे नहीं जानते कि यह ट्रस्ट निजी है।
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