Women's Reservation Bill passed in Lok Sabha
Women Reservation Bill on Owaisi : नई दिल्ली। नए संसद भवन में प्रवेश करने के साथ ही पीएम मोदी ने विजयी दांव चल दिया है। एक ऐसा दांव, जिसके माध्यम से भाजपा, 2024 के लोकसभा चुनाव में 43 करोड़ महिलाओं को साधने की तैयारी कर रही है। ये दांव भी ऐसा है, जिसे लेकर विपक्ष भी अपनी खुशी जाहिर कर रहा है। यानी महिला आरक्षण बिल, यह ऐसा दांव है, जिसमें विपक्षी खेमें के पास नाखुशी का मौका तक नहीं है। मंगलवार और बुधवार को सदन में जमकर हंगामा हुआ तो वहीं ओवैसी भी सदन में गरजते हुए दिखाई दिए और बीजेपी पर निशाना साधते हुए बिल का विरोध किया।
Women Reservation Bill on Owaisi : औवेसी ने बुधवार को लोकसभा में बिल को लेकर छिड़ी बहस के दौरान कहा कि मैं इसके समर्थन में नहीं हूं। इसकी वजह बताते हुए ओवैसी ने इसमें ओबीसी, मुस्लिम महिलाओं के बारे में बात नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाओं की आबादी 7 फीसदी है, लेकिन इस लोकसभा में उनका प्रतिनिधित्व 0.7 प्रतिशत ही है। उन्होंने कहा कि यह मोदी सरकार सिर्फ सवर्ण महिलाओं को ही आगे बढ़ाना चाहती है। ओवैसी ने कहा कि मुस्लिम महिलाएं तो पढ़ाई-लिखाई में भी पीछे हैं और उन्हें आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए।
हैदराबाद के सांसद ने कहा कि स्कूल से ड्रॉपआउट का मुस्लिम महिलाओं का प्रतिशत 19 फीसदी है, जबकि अन्य का 12 ही है। ओवैसी ने कहा कि यह मोदी सरकार तो सवर्ण महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाना चाहती है। उन्होंने कहा कि अब तक के चुनावी इतिहास में 690 महिलाएं संसद के लिए चुनी गई हैं और इनमें से महज 25 ही मुस्लिम रही हैं। ओवैसी ने कहा कि यह को मुस्लिम महिलाओं के साथ दोहरे भेदभाव जैसा है। पहला उनके साथ मुस्लिम के तौर पर भेदभाव और दूसरा महिला के तौर पर।