नयी दिल्ली, चार अक्टूबर (भाषा) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को ओखला ‘लैंडफिल साइट’(कचरा फेंकने का स्थान) का दौरा किया और कहा कि विशाल कचरा स्थल से कचरे को हटाने और इसके निपटान का काम अनुमानित लक्ष्य से पीछे चल रहा है।
संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के अधिकार क्षेत्र में आने वाली सड़कों की यांत्रिक साफ-सफाई के लिए एमसीडी को ‘एक एजेंसी’ के रूप में नियुक्त करने की योजना बना रही है।
मुख्यमंत्री का ओखला ‘लैंडफिल साइट’ का दौरा भलस्वा ‘लैंडफिल साइट’ पर किए जा रहे काम के निरीक्षण के कुछ दिनों बाद हुआ है।
केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा कि ओखला स्थित कचरे के इस पहाड़ में 45 लाख टन कूड़ा था, लेकिन इसका निपटान करने और धीरे-धीरे इसे हटाने के लिए पिछले साल नवंबर में काम शुरू हुआ और मई 2024 तक 30 लाख टन कचरा हटाने का लक्ष्य है।
उन्होंने कहा कि काम लक्ष्य से थोड़ा पीछे चल रहा है और अब तक 18 लाख टन कचरा हटाया जाना था, लेकिन इसके सापेक्ष केवल 12 लाख टन कचरा ही हटाया जा सका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके कई कारण हैं, लेकिन दूसरी एजेंसी को नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है ताकी काम में तेजी लाई जा सके क्योंकि केवल एक एजेंसी लक्ष्य को हासिल करने में समर्थ नहीं है।
फिलहाल एमसीडी की स्थायी समिति बनी हुई नहीं है और मामला अदालत में है, लेकिन जैसे ही समिति गठित हो जाएगी, दोनों एजेंसियां तय लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम करेंगी।
भाषा संतोष वैभव
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