चंडीगढ़, 27 दिसंबर (भाषा) पंजाब में 50 से अधिक लोगों की जान लेने और फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाने वाली विनाशकारी बाढ़, शंभू एवं खनौरी सीमा बिंदुओं से प्रदर्शनकारी किसानों को हटाया जाना तथा पुलिस कर्मियोंद्वारा एक कर्नल पर कथित हमला किया जाना राज्य में वर्ष 2025 की प्रमुख घटनाएं रहीं।
इस साल कई भारतीयों को, खासकर पंजाब के युवाओं को अमेरिका से निर्वासित किया गया। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाले प्रशासन द्वारा अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत इन युवाओं को हथकड़ी और बेड़ियों में अमेरिकी सैन्य विमानों से वापस भेजा गया और ये विमान अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरे।
राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) को आलोचना का सामना करना पड़ा। रंगदारी की धमकियां, अपराधियों एवं गैंगस्टर द्वारा वाणिज्यिक परिसरों और दुकानों पर गोलीबारी की कई घटनाएं तथा पुलिस थानों पर हथगोला हमले रोजमर्रा की बात बन गए।
पंजाब पुलिस ने मार्च में शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं से प्रदर्शनकारी किसानों को हटाया और इससे एक वर्ष से अधिक समय तक बंद रहे शंभू-अंबाला राजमार्ग तथा संगरूर-जींद राजमार्ग पर सड़क यातायात बहाल किए जाने का रास्ता साफ हुआ।
भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए जाने के बाद पंजाब के सीमावर्ती जिलों में अलर्ट घोषित किया गया। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में शुरू किया गया था। ‘आप’ ने लुधियाना पश्चिम और तरनतारन के दो महत्वपूर्ण विधानसभा उपचुनाव जीते। इसके बाद 2027 में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव से पहले उसने जिला परिषद और पंचायत समिति चुनावों में भी जीत दर्ज की।
कांग्रेस नेता नवजोत कौर सिद्धू ने ‘‘मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए 500 करोड़ रुपये’’ वाली टिप्पणी कर राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया जिसके बाद उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को 25 जून को पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार किया। पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी- उप महानिरीक्षक हरचरण सिंह भुल्लर की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा भ्रष्टाचार के मामले में अक्टूबर में की गई गिरफ्तारी भी चर्चा में रही।
पंजाब में अगस्त और सितंबर में 1988 के बाद की सबसे भीषण बाढ़ आई। राज्य सरकार ने फसलों के नुकसान, 30,000 से अधिक मकानों, सड़कों एवं अन्य बुनियादी ढांचे को हुए नुकसान सहित कुल क्षति 13,500 करोड़ रुपये आंकी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सितंबर में पंजाब में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की और उन्होंने बाढ़ प्रभावित राज्य के लिए 1,600 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की। यह सहायता राज्य को पहले दी गई 12,000 करोड़ रुपये की राशि के अलावा दी गई।
आप सरकार ने सितंबर में पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर बाढ़ प्रभावित पंजाब के लिए विशेष वित्तीय पैकेज मंजूर नहीं करने को लेकर निंदा करने वाला प्रस्ताव पारित किया गया। भाजपा ने हालांकि कहा कि राज्य सरकार के पास राज्य आपदा मोचन निधि के 12,000 करोड़ रुपये हैं और इसके बावजूद मान सरकार राहत उपायों के लिए धन की कमी का दावा कर रही है।
सत्तारूढ़ आप, कांग्रेस, शिअद और किसान संगठनों के कई नेताओं ने पंजाब विश्वविद्यालय के शासी निकायों के पुनर्गठन के केंद्र के फैसले के खिलाफ विद्यार्थियों के आंदोलन का नवंबर में समर्थन किया। इसके बाद केंद्र सरकार ने विश्वविद्यालय के शासी निकायों के पुनर्गठन का फैसला वापस ले लिया और उपराष्ट्रपति ने सीनेट चुनाव के कार्यक्रम को मंजूरी दे दी।
इससे पहले अप्रैल में पंजाब सरकार के भाखड़ा बांध से हरियाणा के लिए अधिक पानी छोड़ने से इनकार किए जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया और बाद में मामला पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय पहुंचा।
पंजाब पुलिस के 12 कर्मियों ने मार्च में पटियाला में पार्किंग को लेकर विवाद के बाद एक कर्नल और उनके बेटे के साथ कथित तौर पर मारपीट की। यह मामला मीडिया में चर्चा का विषय बना।
जुलाई में, दुनिया के सबसे उम्रदराज मैराथन धावक फौजा सिंह (114) की जालंधर में एक एसयूवी की टक्कर से मौत हो गई। अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींढसा (89) का मई में निधन हो गया।
अगस्त में, प्रसिद्ध पंजाबी अभिनेता जसविंदर भल्ला (65) का निधन हो गया और अक्टूबर में एक अन्य पंजाबी अभिनेता-गायक राजवीर जवंदा (35) की हिमाचल प्रदेश में सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद मौत हो गई। नवंबर में बॉलीवुड अभिनेता धर्मेंद्र के निधन से लुधियाना जिले के उनके पैतृक गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
अमृतसर में मई में जहरीली शराब त्रासदी में 20 से अधिक लोगों की जान चली गई।
भाषा सिम्मी नेत्रपाल
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