Diwali 2022 : Tulsi भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को अति प्रिय कार्तिक माह 10 अक्टूबर से शुरू हो चुका है। इसी महीने में दिवाली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज जैसे बड़े त्योहार आते हैं। कहा जाता है कि तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास होता है। ऐसे में अगर जो जातक कार्तिक माह में पूरे श्रद्धा भाव से तुलसी का पूजन करते हैं, उन पर लक्ष्मी-नारायण की जमकर कृपा बरसती है। इस महीने में तुलसी पूजन के कुछ खास उपाय बताए गए हैं, जिन्हें मानने से शुभ फल मिलता है।
इन दिनों में कभी न तोड़ें तुलसी की पत्तियां
वायु पुराण के मुताबिक, रात में कभी भी तुलसी की पत्तियां नहीं तोड़नी चाहिए। इसके साथ ही पूर्णिमा, अमावस्या, द्वादशी, रविवार और संक्रान्ति के दिन भी तुलसी की पत्तियों को नहीं तोड़ा जाना चाहिए। अगर आपने तेल से शरीर की मालिश कर रखी है तो भी तुलसी नहीं तोड़नी चाहिए और न ही खानी चाहिए। इस कार्तिक मास में अगर किसी की मृत्यु हो गई हो या किसी बच्चे का जन्म हुआ तो उस दिन भी तुलसी के पत्ते नही तोड़ने चाहिए।
पश्चिम दिशा की ओर मुख करके न तोड़ें तुलसी
Diwali 2022 : Tulsi धर्म पुराण के अनुसार तुलसी की पत्तियों को कभी भी पश्चिम दिशा की ओर मुख करके नहीं तोड़ना चाहिए। कार्तिक माह में रोजाना सुबह सूर्योदय से पहले उठकर मंदिर में जाकर प्रभु के दर्शन करने चाहिए और कार्तिक के भजन गाने चाहिए। इसके साथ ही सुबह उठकर तुलसी पूजन करना भी कभी न भूलें।
स्नान के बिना न करें तुलसी की पूजा
इस बात का विशेष ध्यान रखें कि बिना स्नान किए कभी भी तुलसी की पत्तियों को नहीं तोड़ना चाहिए और न ही पूजा की जानी चाहिए। ऐसा करने से आपकी पूजा निष्फल हो जाती है। कार्तिक माह में भोजन के बाद तुलसी के स्वत: टूटकर गिरे पत्तों को खाना काफी शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इस महीने में तुलसी की विधि विधान से सेवा करता है, उसे अपना आशीर्वाद देने के लिए माता लक्ष्मी उसके घर में निवास करने के लिए पहुंचती हैं।