Pitru Paksha 2022: नई दिल्ली। हर साल पितृ पक्ष आता है। इस दौरान लोग अपने पितृों का श्राद्ध और तर्पण करके उन्हें प्रसन्न करते हैं। आपको बता दें कि हर साल पितृ पक्ष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को प्रारंभ होकर अमावस्या तिथि को समाप्त होते हैं। इस साल पितृ पक्ष 10 सितंबर से शुरू हो चुका है और 25 सितंबर तक रहेगा। ज्योतिष शास्त्र में पितृों को प्रसन्न करने के लिए वास्तु के उपाय बताए गए हैं। अगर ये उपाय श्राद्ध पक्ष में किए जाएं तो पितृ दोष से भी मुक्ति पाई जा सकती है। इन उपायों को जरूर अपनाएं। >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<<
इस दिशा में लगाएं पितरों की तस्वीर
Pitru Paksha 2022: ज्यादातर घरों में याद के तौर पर अपने पितरों की तस्वीर लगाते हैं। जिसे लगाना कोई गलत बात नहीं है, लेकिन यही तस्वीर अगर घर में गलत दिशा में लगी हो तो घर पर तथा वहां रहने वालों पर इसका नकारात्मक प्रभाव हावी हो जाता है। वास्तु के अनुसार, पितरों की तस्वीर लगाने के लिए दक्षिण दिशा को सबसे शुभ माना गई है। इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि इसे ऐसी जगह पर पितरों की तस्वीर न लगाएं, जहां लोगों की और आपकी आते जाते समय नजर तस्वीर पर पड़े।
हर रोज मुख्य द्वार पर दें जल
पितृपक्ष के समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि घर का मुख्य द्वार हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए। हर रोज मुख्य द्वार पर जल देना चाहिए, जैसे कि आप उनकी अगुवाई कर रहे हों। वहीं शाम के समय दक्षिण दिशा की ओर दीपक जलाना चाहिए। मान्यता है कि दक्षिण की तरफ ही पितरों का लोक है। इस दिशा में दीपक जलाने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और उनके आशीर्वाद से धन-धान्य की कमी नहीं होती।
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इस तरह कराएं ब्राह्मण भोज
Pitru Paksha 2022: वास्तु शास्त्र के अनुसार, पितृ पक्ष में ब्राह्मण भोज करवाने से पहले उनको आदर-सत्कार के साथ घर में भोजन करने का निमंत्रण दें और आमंत्रित ब्राह्मण को भोजन के लिए दक्षिण दिशा की तरफ बैठाएं क्योंकि पिर्त कर्मों के लिए दक्षिण दिशा की ही प्रावधान है। इसके अलावा ब्राह्मण को लकड़ी, कुश या ऊन के आसन पर ही बैठाएं।