Congress MLA Hemant katare in IBC24 MIND SUMMIT | Image Credit- IBC24 News
भोपाल: #IBC24MINDSUMMIT: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में शनिवार यानी आज देश की दिग्गज हस्तियां मध्यप्रदेश के सरोकार से जुड़े विषयों पर अपनी राय जाहिर करने के लिए एक मंच पर आ रही हैं। ये मंच मुहैया करा रहा है मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ का सबसे लोकप्रिय और भरोसेमंद चैनल IBC24। ‘माइंड समिट-पाथ टू प्रोगेस’ नाम के इस आयोजन में राजनीति, धर्म, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल जगत से जुड़ी हस्तियां समस्याओं के कारणों को उजागर करने के साथ ही उसके समाधान के लिए सुझाव भी देंगी।
IBC24 ‘माइंड समिट-पाथ टू प्रोगेस’ में ‘पक्ष और विपक्ष’ के सेशन में कांग्रेस के विधायक उप नेता प्रतिपक्ष व हेमंत कटारे ने भाजपा की सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कई गंभीर आरोप भी लगाए।
जीतू पटवारी और उमंग सिंघार की तरफ से चुनौती मिलने के सवाल पर हेमंत कटारे ने कहा कि, जिन नेताओं के नाम लिए गये है वही उनके नेता है। ऐसे में सदन के बाहर और भीतर उनसे चुनौती मिलने का सवाल ही नहीं है। अजय सिंह भी उनके नेता है, जयवर्धन सिंह भी उनके नेता है, उमंग सिंघार भी उनके नेता है ऐसे में किसी तरह की चुनौती का सवाल ही नहीं उठता।
इसके अलावे हेमंत कटारे से यह भी पूछा गया कि वह किस नेता के ज्यादा करीब है? इस सवाल के जवाब में हेमंत कटारे वह सबसे ज्यादा करीब कांग्रेस पार्टी के है। चूंकि वह छोटे है इसलिए वह सब के लाडले है। सबसे करीब अपनी पार्टी के है और जो उनकी पार्टी के करीब है उनके करीब वह है। उन्होंने रामनिवास रावत के संबध में चर्चा करते हुए बताया कि जब तक वह पार्टी में थे वह उन्हें पिता तुल्य मानते थे लेकिन जब उन्होंने कांग्रेस संबंध तोड़े तो वह उनके क्षेत्र में प्रचार करने पहुंचे और उनके खिलाफ प्रचार भी किया। नतीजा यह हुआ कि वह चुनाव हार गए।
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आशीष शर्मा की तरफ से अपने सरकार के बचाव पर विपक्षी विधायक हेमंत कटारे ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, आज प्रदेश का किसान खाद के लिए भटक रहा है। डिजिटल मीडिया और समाचार पत्रों में यह ख़बरें आम हो गई है कि खाद के लिए किसानों पर लाठीचार्ज किया जा रहा है। खाद जोकि किसानों के लिए सबसे जरूरी संसाधन है। आज उसी अन्नदाता के लिए खाद उपलब्ध नहीं है। हेमंत कटारे ने कहा कि मंत्री बयानबाजी कर रहे हैं कि, खाद किसानों के घर-घर तक पहुंचाया जा रहा है। इस तरह सरकार का किसान हितैषी होने का दावा पूरी तरह से निराधार है।