New Rule On Navratri: मुरादाबाद के लाल बाग स्थित प्राचीन काली माता मंदिर में आगामी नवरात्रि को लेकर मंदिर परिसर में पुरुष व महिलाओं को जींस आदि जैसे वस्त्र पहन कर आने को मंदिर के अंदर प्रवेश निषेध कर दिया गया है। मंदिर के महंत ने बताया कि मंदिर भगवती का स्थान होता है इसलिए सभी सनातनी भाई बंदुओं से अपील की गई है कि वे मंदिर में केवल धार्मिक वस्त्र पहन कर ही आए और अपनी संस्कृति ना भुलें।
कटी-फटी जींस पहनकर ना आए
आगामी नवरात्री को लेकर मंदिर में प्रवेश पर रोक के पोस्टर लगाए गए है। प्राचीन सिद्धपीठ श्री कालीमाता मंदिर के महंत रामगिरि ने इस बार नवरात्रों को लेकर नई पहल की है। उन्होंने कहा है कि शारदीय नवरात्र 15 अक्टूबर से आरंभ हो रहे हैं। सनातनी संस्कृति एवं परंपरा को दृष्टिगत रखते हुए श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह नवरात्र के दौरान माता के दर्शन के लिए छोटे, हाफ पेंट बरमूडा, मिनी स्कर्ट, कटी-फटी जींस आदि पहनकर ना आए और भारतीय परंपरा के अनुसार ही वस्त्र पहनकर आकर माता रानी के दर्शन एवं आराधना करें। ऐसा करने से हमारी भारतीय एवं सनातनी संस्कृति का बल मिलेगा।
द्वार पर लगाए सूचना के बैनर
New Rule On Navratri: लालबाग के प्राचीन सिद्धपीठ काली माता मंदिर में अब अमर्यादित कपड़े पहनकर प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। मंदिर के महंत ने प्रवेश और निकास द्वार के बाहर इस सूचना के बैनर लगाए थे। प्राचीन सिद्धपीठ काली माता मंदिर के महंत रामगिरि महाराज ने बताया कि छोटे कपड़े, हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, कटी फटी जींस, फ्राक आदि पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर के अंदर नहीं आने दिया जाएगा।