Ganesh Chaturthi 2024: गणेश चतुर्थी पर बन रहा ये शुभ योग, इस मुहूर्त में करें बप्पा की स्थापना, यहां जानें पूजा और व्रत विधि
गणेश चतुर्थी पर बन रहा ये शुभ योग, इस मुहूर्त में करें बप्पा की स्थापना, Ganesh Chaturthi 2024 Date Ganesh Chaturthi Puja Vidhi Ganesh Chaturthi Shubh Muhurat
Budhwar Rashifal 30 October 2024
नई दिल्लीः Ganesh Chaturthi 2024 Date जल्द ही बप्पा का आगमन होने वाला है। भाद्रपद माह की विनायक चतुर्थी पर गणेश जी की स्थापना होगी। इस यह तिथि 07 सितंबर, शनिवार को है। मान्यता है कि गणेश चतुर्थी पर माता पार्वती (Parvati jii) और शंकर जी के पुत्र गणेश जी (Ganesh ji) का जन्म हुआ था। इस दिन घर में गणेश जी को विराजित करने से सालभर सुख, बरकत प्राप्त होती है। गणेश चतुर्थी को लेकर देशभर में खास रौनक देखने को मिलती है। गणपति बाप्पा के मंदिरों को सजाया जाता है। क्या आपको पता है कि भाद्रपद माह में गणेश चतुर्थी क्यों मनाई जाती है? अगर नहीं पता, तो आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।।
Ganesh Chaturthi 2024 Date पौराणिक कथा के अनुसार, भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणपति बप्पा का अवतरण हुआ था। इसलिए हर साल इस तिथि पर गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। यह उत्सव 10 दिनों तक यानी अनंत चतुर्दशीतक चलता है। अनंत चतुर्दशी के दिन पवित्र नदी या घर में ही पानी के टप में गणपति बप्पा का विसर्जन किया जाता है। इस उत्सव की धूम देशभर में देखने को मिलती है।
गणेश चतुर्थी पर बन रहा ये शुभ योग
इस बार गणेश चतुर्थी के दिन कई शुभ योग भी बनने जा रहे हैं। जिसके चलते यह त्योहार और भी शुभ फलदायक बन गया है। इस दिन रवि और सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा इसके साथ ही पूरे दिन भर ब्रह्म योग भी विराजमान रहेगा। रवि योग की शुरुआत 6 सितंबर को सुबह 9 बजकर 27 मिनट से हो जाएगी और 7 सितंबर को दोपहर लगभग 13 बजकर 30 मिनट तक यह योग रहेगा। इसके साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग इस दिन दोपहर 12 बजकर 34 मिनट से अगले दिन यानि 8 सितंबर तक बना रहेगा। इन शुभ योगों का लाभ आप बप्पा का भजन कीर्तन करके पा सकते हैं। इस दौरान गणेश जी के मंत्रों का जप करने से भी आपको विशेष लाभ की प्राप्ति होगी।
गणपति स्थापना व गणेश चतुर्थी पूजन मुहूर्त
मान्यता है कि भगवान गणेश का जन्म मध्याह्न काल के समय हुआ था, इसलिए मध्याह्न के समय को गणेश पूजन के लिए सबसे उपयुक्त माना गया है। मध्याह्न काल अंग्रेजी समय के अनुसार दोपहर के समान होता है। द्रिक पंचांग के अनुसार, गणेश चतुर्थी के दिन मध्याह्न गणपति पूजा मुहूर्त सुबह 11 बजकर 03 मिनट से दोपहर 01 बजकर 33 मिनट तक रहेगा। पूजन की कुल अवधि 02 घंटे 31 मिनट है।
चतुर्थी तिथि कब से कब तक रहेगी
द्रिक पंचांग के अनुसार, चतुर्थी तिथि 06 सितंबर 2024 को दोपहर 03 बजकर 01 मिनट से 07 सितंबर 2024 को शाम 05 बजकर 37 मिनट तक रहेगी।
गणेश चतुर्थी व्रत कैसे किया जाता है ?
- भादों मास की गणेश चतुर्थी पर सुबह सूर्योदय से पूर्व स्नान के बाद लाल या पीले रंग के वस्त्र पहनें।
- अब घर में बप्पा के सामने फलाहार व्रत का संकल्प लें। शुभ मुहूर्त में पूजा की चौकी पर पीला कपड़ा बिछाकर गणपति जी को स्थापित करें।
- भगवान को गंगाजल से स्नान करवाएं, सिंदूर, चंदन का तिलक लगाएं। पीले फूलों की माला अर्पित करें।
- मोदक का भोग लगाएं, देसी घी का दीपक जलाएं। गणेश जी के मंत्रों का जाप करें। आरती के बाद प्रसाद बांट दें।
- शाम को फिर से गणेश जी की आरती करें और फिर भोग लगाएं। इसके बाद ही व्रत का पारण करें।

Facebook



