Deep Breath Benefits: हम जीने के लिए सांसें लेते ही हैं और ये हमारे जीवन का अहम प्रोसेस है जो जन्म से लेकर जिन्दगी के आखिरी दम तक लगातार चलता रहता है। आपने कभी ये देखा होगा कि जब आप गहरी सांसें लेते हैं तो आपको काफी हल्कापन महसूस होता है। विशेषज्ञों का मानना है कि गहरी सांसें लेना आपके मेंटल हेल्थ के लिए काफी अच्छा हो सकता है। देश के मशहूर हेल्थ एक्सपर्ट ‘निखिल वत्स’ ने इंस्टाग्राम पोस्ट के माध्यम से ये बताया है कि डीप ब्रेथ के क्या-क्या फायदे हैं?
आपकी सांस आपकी मेंटल हेल्थ का एक आईना है। यह धीमी, लयबद्ध सांस, पैरासिम्पेथेटिक नर्वस सिस्टम को उत्तेजित करती है, जो हृदय गति को कम करती है और मांसपेशियों और दिमाग को आराम देती है।
ब्रीदवर्क के जरिए हम अपनी सोच को दिमाग से बाहर निकाल सकते हैं। जब आप अपनी सांस से जुड़ने में सक्षम होते हैं, तो आप अपने आप से एक गहरा संबंध महसूस करने लगते हैं। ये सेल्फ लव की प्रक्रिया शुरू करता है।
डायाफ्रामिक ब्रीद फेफड़ों का विस्तार करता है, ऑक्सीजन अवशोषण में क्षमता बढ़ाता है, कोर्टिसोल के स्तर को कम करता है, रक्तचाप, ऑटोनोमिक नर्वस सिस्टम में सुधार करता है, जिससे हमारी इम्यूनिटी पावर में बढ़ोतरी होती है।
जब तनाव होता है, तो हम उथली सांसें लेने लगते हैं जो डायाफ्राम की गति की पूरे मोशन को सीमित कर देती है। अगली बार जब आप महसूस करें कि टेंशन का लेवल बढ़ रहा है, तो अपना एक हाथ अपने पेट पर रखें, और नाक से गहरी सांस लें और चार तक गिनें, सांस छोड़ते हुए 6 तक गिनें। अब अपने पेट को ऊपर उठते और गिरते हुए महसूस करें। ऐसा 1 मिनट के लिए दोहराएं।
सांस लेने के एक्सराइज हमें ओवरथिंकिंग से बचाता है और सचेत रहने में मदद कर सकते हैं, जिससे आप मौजूदा वक्त से खुद को कनेक्ट कर पाते हैं।
ब्रीदिंग एक्सरसाइज सीधे हमारे पैरासिम्पेथेटिक नर्वस सिस्टम पर असर डालती है, और शरीर को शांत करने का संकेत देती है। इससे गहरी और सुकून वाली नींद आती है।
ब्रीदवर्क खून में ऑक्सीजन क्षमता में सुधार करता है जिससे एनर्जी लेवल और स्टेमिना में इजाफा होता है।
सही तरीके से सांस लेने से ब्लड फ्लो बढ़ता है, जिससे पाचन अंगों को ज्यादा बेहतर तरीके से काम करने में मदद मिलती है, साथ ही ये मेटाबॉलिज्म को रफ्तार देता है।