ED Action: प्रवर्तन निदेशालय (ED) के शिकंजे में कौन-कौन? कितनी संपत्ति की जब्त ? IBC Pedia में जानें सब कुछ |

ED Action: प्रवर्तन निदेशालय (ED) के शिकंजे में कौन-कौन? कितनी संपत्ति की जब्त ? IBC Pedia में जानें सब कुछ

आपको बता दें कि ईडी ने अब तक कई नामी गिरामी हस्तियों पर एक्शन लिया है जिसमें राहुल गांधी, नीरव मोदी, विजय माल्या, मेहुल चौकसी, मंत्री पार्थ चटर्जी, मंत्री सत्येंद्र जैन जैसे लोगों के नाम शामिल हैं।

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:46 PM IST, Published Date : July 27, 2022/9:58 am IST

ED Action: नईदिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी की दूसरे दौर की पूछताछ मंगलवार शाम खत्म हो गई। प्रवर्तन निदेशालय ने उनसे 6 घंटे पूछताछ की। सोनिया गांधी ने ईडी के समक्ष अपना बयान दर्ज करा दिया है। हालांकि इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष से कल यानि 27 जुलाई को फिर से पूछताछ की जाएगी। आपको बता दें कि ईडी ने अब तक कई नामी गिरामी हस्तियों पर एक्शन लिया है जिसमें राहुल गांधी, नीरव मोदी, विजय माल्या, मेहुल चौकसी, मंत्री पार्थ चटर्जी, मंत्री सत्येंद्र जैन जैसे लोगों के नाम शामिल हैं।〈 >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP  ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<<

क्या है नेशनल हेराल्ड केस?

साल 2013 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी की एक निजी आपराधिक शिकायत के आधार पर यंग इंडियन के खिलाफ एक निचली अदालत ने आयकर विभाग की जांच का संज्ञान लिया था। ईडी ने पिछले साल के अंत में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के आपराधिक प्रावधानों के तहत एक नया मामला दर्ज करने के बाद गांधी परिवार से पूछताछ शुरू की। सोनिया और राहुल गांधी यंग इंडियन के प्रवर्तकों और बहुलांश शेयरधारकों में से हैं। अपने बेटे की तरह कांग्रेस अध्यक्ष के पास भी 38 फीसदी हिस्सेदारी है।

1034 करोड़ रुपये के पात्रा चावल भूमि घोटाला में आरोपी संजय राउत

आज पात्रा चॉल घोटाले मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत से मुंबई में पूछताछ होगी। संजय राउत को 27 जून को 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चावल भूमि घोटाला मामले में ईडी द्वारा पहला समन मिला था। वह पात्रा चॉल के संबंध में अपना बयान दर्ज करने के लिए मुंबई में ईडी के सामने पेश हुए थे। वहीं उन्हें फिर दूसरी बार जब समन भेजा गया तो उन्होंने संसद चलने का हवाला दिया था और कुछ वक्त मांगा था जिसके बाद ईडी ने उन्हें 27 जुलाई को पेश होने के लिए कहा।

राहुल गांधी भी ईडी के शिकंजे में

ED Action: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी ‘नेशनल हेराल्ड’ केस में ईडी के घेरे में हैं। बीते 13 जून को हुई कड़ी पूछताछ के बाद 14 जून को भी गांधी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के तफ्तर पहुंचे थे। ईडी ने कांग्रेस नेता से सोमवार को 10 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी। इसके बाद ईडी ने राहुल गांधी से मंगलवार को दोबारा पेश होने के लिए कहा था। उधर, कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ के दूसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन किया जिसके बाद पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया गया था।

मंत्री पार्थ चटर्जी और करीबी अर्पिता मुखर्जी पर कार्रवाई

पश्चिम बंगाल में शिक्षा भर्ती घोटाले की जांच में ईडी ने ममता सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी पर शिकंजा कसने के बाद अब टीएमसी के नेता माणिक भट्टाचार्य को तलब कर लिया है। ईडी ने इस कार्रवाई से पहले माणिक के घर पर भी छापा मारा था। इससे पहले ईडी ने शिक्षा भर्ती घोटाले में मंत्री पार्थ चटर्जी को 26 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। इसके साथ ही उनकी करीबी बताई जा रही अर्पिता मुखर्जी को भी ईडी ने हिरासत में लेने के बाद गिरफ्तार किया था। ईडी ने अर्पिता मुखर्जी के घर से 21 करोड़ रुपये नकद और लाखों रुपये के गहने, फॉरेन करेंसी बरामद किए थे।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर ED ने कसा शिकंजा

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर चुकी है। जैन (Satyendra Jain) के खिलाफ अप्रैल में भी प्रवर्तन निदेशालय ने कार्रवाई की थी और जैन के परिवार और कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की थीं। इसके बाद बीजेपी ने आप सरकार पर निशाना साधते हुए जैन के इस्तीफे की मांग की थी। हालांकि जैन पर पहले भी कई तरह के आरोप लग चुके हैं, जिसके बाद से वह दिल्ली सरकार के विवादित नेता रहे। उनकी बेटी सौम्या जैन को जब दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक के लिए सलाहकार बनाया गया था, तब भी खूब हंगामा हुआ था। इस मामले की जांच सीबीआई के पास गई थी।

पी चिदंबरम के बेटे और कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम भी ईडी की जांच में

देश के पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे और कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम से जुड़े कथित चीनी वीजा घोटाले में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है। पंजाब में एक बिजली कंपनी में काम करने वाले 250 चीनी नागरिकों को गृह मंत्रालय की तरफ से वीजा जारी किया गया। सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है। यह मामला वर्ष 2011 का है। चीनी नागरिकों को वीजा एक महीने के भीतर जारी किया गया जो कि तय सीमा से अधिक था। सीबीआई ने अपने बयान में आरोप लगाया है कि चेन्नई में एक व्यक्ति और बिजली कंपनी के अधिकारी के बीच मुलाकात के बाद वीजा के लिए आवेदन दिए गए। सीबीआई का आरोप है कि उस समय पी चिदंबरम केन्द्रीय मंत्री थे और कार्ति चिदंबरम की मदद से यह वीजा जारी कराए गए।

बीकानेर ज़मीन विवाद में रॉबर्ट वाड्रा पर भी ईडी की नजर

बीकानेर ज़मीन विवाद में रॉबर्ट वाड्रा भी ईडी की निगरानी में हैं, 2021 में ईडी ने जोधपुर हाईकोर्ट मे दी गई अपनी अर्ज़ी में रॉबर्ट वाड्रा और उनके सहयोगी महेश नागर को हिरासत में लेकर पूछताछ की इजाज़त मांगी थी। इससे पहले इस मामले में 22 दफा राजस्थान हाई कोर्ट में तारीख दी गई, लेकिन किसी न किसी वजह से सुनवाई नहीं हो पाई। गौरतलब है कि रॉबर्ट वाड्रा और उनकी मां मौरीन वाड्रा से जुड़ी कंपनी स्काई लाइट प्राइवेट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा जमीन की खरीद-फरोख्त की गई थी। इस मामले को लेकर ईडी ने पहले से ही जोधपुर हाईकोर्ट में एक एप्लिकेशन दायर की हुई है, जो कि लंबे वक्त से लंबित है। दरअसल रॉबर्ट वाड्रा और उनकी मां मौरीन वाड्रा की गिरफ्तारी पर जोधपुर हाई कोर्ट ने अंतरिम रोक लगाई हुई है, जिसे ईडी अब हटवाना चाहती है। इसी को लेकर ईडी ने अब अदालत में एक अपील दायर की है।

माल्या, मेहुल चोकसी और नीरव मोदी की संपत्ति ईडी ने की जब्त

बैंकों से भारी भरकम कर्ज लेकर विदेश भागने वाले कारोबारी विजय माल्या, मेहुल चोकसी और नीरव मोदी की संपत्तियों को ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत जब्त कर लिया था। ईडी द्वारा जब्त संपत्ति करीब 18,170.02 करोड़ रुपए की है। विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी पर PMLA कानून के तहत चांच चल रही है और इनको UK, एंटीगुआ और बारबुडा से भारत लाने की प्रक्रिया जारी है।

चंदा कोचर की 78 करोड़ की संपत्ति जब्त

वहीं 2020 में ICICI बैंक की पूर्व एमडी और सीईओ चंदा कोचर पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चंदा कोचर और उनके परिवार की संपत्ति जब्द कर ली। ICICI बैंक की पूर्व अधिकारी की कुल 78 करोड़ की संपत्ति को ईडी ने जब्त कर लिया था जिसमें उनका घर और उनके पति की कंपनी की कुछ संपत्ति शामिल रही।