19 Minute ka Viral Video: कपल के वायरल MMS का राज जानकर उड़ जाएंगे होश, दूसरे वीडियो का भी खुलासा, क्या है इसकी असलियत?
19 Minute ka Viral Video: कपल के वायरल MMS का राज जानकर उड़ जाएंगे होश, दूसरे वीडियो का भी खुलासा, क्या है इसकी असलियत?
19 Minute ka Viral Video/Image Source: IBC24
- कपल के वायरल MMS का खुलासा
- दूसरा वीडियो भी सामने आया
- Deepfake का राज खुला
19 Minute ka Viral Video: सोशल मीडिया पर पिछले कुछ हफ्तों से 19 Minute 34 Seconds Viral Video नाम का एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है जिसने इंटरनेट पर हलचल मचा दी है। यह वीडियो न केवल अपनी रहस्यमयी प्रकृति के कारण चर्चा में है बल्कि इसके असली और फर्जी होने पर सवाल भी खड़े हो गए हैं। इस वीडियो को लेकर अब तक कई अफवाहें और थ्योरीज़ सामने आ चुकी हैं, लेकिन क्या यह सचमुच किसी घटना से जुड़ा है या फिर यह महज एक Deepfake का खेल है? आइए जानते हैं इस वायरल वीडियो की पूरी कहानी।
19 Minute 34 Seconds Viral Video का क्या है असलियत?
19 Minute ka Viral Video: वीडियो ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है और हर प्लेटफॉर्म पर लोग इसके बारे में बात कर रहे हैं। हालांकि कोई भी व्यक्ति इस वीडियो की असलियत के बारे में पुख्ता जानकारी देने में सक्षम नहीं था। इस रहस्यमयी वीडियो को लेकर तरह-तरह की अफवाहें फैलने लगीं और बिना सत्यापन के इसे लोग शेयर करते गए। सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले वीडियो अक्सर अपने कंटेंट से ज्यादा अपने रहस्य और अज्ञानता के कारण चर्चा में आते हैं और इस वीडियो के साथ भी वही हुआ।
Deepfake टेक्नोलॉजी का खेल सच या फर्जी? (couple viral video 19 minutes)
19 Minute ka Viral Video: जैसे-जैसे वीडियो का ट्रेंड बढ़ा इंटरनेट पर अलग-अलग थ्योरीज़ और चर्चा शुरू हो गई। कुछ लोग इसे एक वास्तविक घटना से जोड़ने की कोशिश कर रहे थे, जबकि अन्य इसे पूरी तरह से फर्जी वीडियो मान रहे थे। लेकिन गहरे विश्लेषण और साइबर जांच के बाद पता चला कि यह वीडियो Deepfake टेक्नोलॉजी का परिणाम था। Deepfake तकनीक का इस्तेमाल करके इस वीडियो को बनाया गया था जिसमें किसी व्यक्ति की छवि और आवाज को AI के माध्यम से बदला गया था। यही कारण है कि वीडियो में दिख रहे दृश्य वास्तविकता से मेल नहीं खा रहे थे। साइबर विशेषज्ञों ने पुष्टि की कि वीडियो के कई संस्करण AI-generated थे और इनका किसी वास्तविक घटना से कोई संबंध नहीं था।
Digital दुनिया में असली और नकली के बीच फर्क करना मुश्किल (couple viral video season 2)
इस मामले में पुलिस ने भी स्पष्ट किया कि यह वीडियो किसी भी वास्तविक घटना का हिस्सा नहीं था और इसका सार्वजनिक सुरक्षा से कोई लेना-देना नहीं है। पुलिस विभाग ने यह भी चेतावनी दी कि इस तरह के Deepfake वीडियो आसानी से किसी की छवि को नुकसान पहुंचा सकते हैं और इसे साइबर अपराध के तौर पर देखा जा सकता है। Deepfake तकनीक का सबसे बड़ा खतरा यह है कि कोई भी व्यक्ति बिना किसी वास्तविक प्रमाण के किसी अन्य व्यक्ति की छवि को बदलकर उसे बदनाम कर सकता है। एक साधारण AI टूल का उपयोग करके नकली वीडियो तैयार किया जा सकता है जो देखने में असल वीडियो जैसा ही लगता है।

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