Baba Saheb Ambedkar Jayanti| Image source: MP DPR
Baba Saheb Ambedkar Jayanti: भोपाल/इंदौर। ‘मध्यप्रदेश सरकार ने बाबा साहेब अंबेडकर के तीर्थ स्थान महू आने वीले तीर्थयात्रियों के लिए साढ़े तीन एकड़ जमीन की व्यवस्था की है। इस पर धर्मशाला सहित कई व्यवस्थाएं की जाएंगी। हम बाबा साहेब अंबेडकर के लिए पैसे की कोई कमी नहीं आने देंगे। यहां आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए सरकार कोई कमी नहीं छोड़ेगी। उनके लिए सारी व्यवस्था करेगी। यह बात मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 14 अप्रैल को इंदौर के महू में आयोजित कार्यक्रम में कही। यह कार्यक्रम भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, कैबिनेट मंत्री तुलसी राम सिलावट और सांसद सावित्री ठाकुर और विधायक ऊषा ठाकुर भी मौजूद थीं।
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम की शुरुआत में डॉ. भीमराव अंबेडकर अमर रहे, बाबा साहेब अमर रहे, जय भीम के नारे लगाए। उन्होंने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हम एक ऐसे अमर व्यक्तित्व को स्मरण करने के लिए उनके जन्म स्थान पर एकत्रित हुए हैं, जिन्होंने 20 शताब्दी के अंदर देश की आजादी के साथ अद्वितीय काम किया। उन्होंने उन सभी गलतियों को सुधारने का प्रयास किया, जो एक हजार साल की गुलामी के काल में हुई थीं। उन गलतियों को हमसब ने अनुभव किया है। बाबा साहेब अंबेडकर ने भारत को दुनिया का आदर्श देश बनाया। बाबा बाबा साहेब का व्यक्तित्व बहूआयामी है। वे उस दौर में भारत का भविष्य देख सकते थे। उन्होंने भारत में उठने वाली चुनौतियों को पहले ही भांप लिया था। उन्होंने आने वाली कठिनाइयों को भी पहचान लिया था। उनका जीवन कठिनाइयों से भरा रहा।
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बाबा साहेब को जीवनभर स्मरण करें तो भी कम है- सीएम डॉ. यादव
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि हम सब जानते हैं कि जो कठिनाई के बाद अच्छे मुकाम तक पहुंच जाता है, वह अपनी कठिनाई भूल जाता है। लेकिन, बाबा साहेब अंबेडकर ऐसे नहीं थे। उन्होंने अपने जीवन में जो संघर्ष किया, उससे सबक लेते हुए अपने समाज और देश के लिए खुद को समर्पित कर दिया। वे अंग्रेजों के उस कठिन दौर में भी नहीं डरे। उन्होंने सच्चाई के लिए, समाज की समानता के लिए, बंधुत्व के लिए, सर्वहारा वर्ग की शिक्षा के लिए काम किया। उनका काम ‘भूतो न भविष्यति’ है। हम उन्हें जीवनभर स्मरण करें, तो भी कम है। उन्होंने शिक्षा की महत्ता बताई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा साहेब अंबेडकर के यादगार स्थानों को पंचतीर्थ की पहचान दी। उनके अस्थि कलश को प्रणाम करके हमारा जीवन भी धन्य होता है। एससी-एसटी वर्ग की साक्षरता का प्रतिशत बढ़ने की वजह बाबा साहेब अंबेडकर ही हैं।
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बाबा साहेब ने लोकतंत्र को गौरवांवित किया
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि बाबा साहेब ने संविधान बनाते वक्त इस बात का भी ध्यान रखा कि कहीं लोकतंत्र पर किसी तरह का खतरा न हो। भारत की विविधता को संविधान में शामिल करना बहुत बड़ी चुनौती थी। बाबा साहेब अंबेडकर ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देना स्वीकार नहीं किया था। उन्होंने लोकतंत्र को गौरवांवित किया। हमारी सरकार ने भी किसानों की आय बढ़ाने के लिए बाबा साहेब के नाम पर कामधेनु योजना चालू की। हम दूध उत्पादन बढ़ाकर किसानों की आय बढ़ाएंगे। इस योजना से गरीब से गरीब आदमी भी लाभ प्राप्त कर सकता है। अगर एससी-एसटी वर्ग के लोग इस योजना से जुड़ेंगे तो उन्हें सरकार आर्थिक मदद देगी।
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सर्वहारा वर्ग के लिए सरकार सबकुछ करेगी
सरकार ने यहां आने वीले तीर्थयात्रियों के लिए साढ़े तीन एकड़ जमीन दी है। इस पर धर्मशाला बनाई जाएगी। हम बाबा साहेब के लिए पैसे की कोई कमी नहीं आने देगी। यहां आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए सरकार कोई कमी नहीं छोड़ेगी। कार्यक्रम से पहले सीएम डॉ. यादव ने बाबा साहेब अंबेडकर की जन्म स्थली पर उनकी प्रतिमा को नमन कर पुष्प अर्पित किए। वे अस्थि कलश पर पुष्प वर्षा कर बुद्ध वंदना में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने भंते धर्मशील की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण किया। इसके अलावा सीएम डॉ. यादव ने पुस्कत का विमोचन किया और भीम रत्न अवार्ड भी प्रदान किए।