बिलासपुर सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर समेत 8 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, नमाज विवाद मामले में पुलिस ने शुरू की कार्रवाई

GGU Namaz dispute case: बिलासपुर एसएसपी रजनेश सिंह ने खुद कोनी थाना पहुंचकर इस मामले की जांच रिपोर्ट का अवलोकन किया और तत्काल सख्त कदम उठाते हुए एनएसएस प्रभारी प्रो. दिलीप झा सहित अन्य कार्यक्रम अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं।

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  • Publish Date - April 26, 2025 / 07:25 PM IST,
    Updated On - April 26, 2025 / 07:28 PM IST

GGU Namaz dispute case, image source: ibc24

HIGHLIGHTS
  • 30 मार्च को ईद के दिन हिंदू छात्रों से जबरन नमाज पढ़वाई गई
  • आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू
  • NSS कैंप में 155 छात्रों को नमाज पढ़ाने का आरोप

बिलासपुर: GGU Namaz dispute case बिलासपुर सेंट्रल यूनिवर्सिटी (GGU) नमाज विवाद मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। NSS को ऑर्डिनेटर प्रोफेसर दिलीप झा सहित 8 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इसके अलावा प्रोग्राम ऑफिसर, टीम कोर लीडर के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। NSS कैंप में 155 छात्रों को नमाज पढ़ाने का आरोप लगा है। कोनी थाना पुलिस ने यह कार्रवाई की है।

बिलासपुर एसएसपी रजनेश सिंह ने खुद कोनी थाना पहुंचकर इस मामले की जांच रिपोर्ट का अवलोकन किया और तत्काल सख्त कदम उठाते हुए एनएसएस प्रभारी प्रो. दिलीप झा सहित अन्य कार्यक्रम अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं।

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गौरतलब है कि 26 मार्च से 1 अप्रैल 2025 तक चले एनएसएस कैंप में कुल 159 छात्रों ने भाग लिया था, जिनमें से केवल 4 छात्र मुस्लिम समुदाय से थे। आरोप है कि 30 मार्च को ईद के दिन छात्रों से जबरन नमाज पढ़वाई गई थी। इस घटना के विरोध में एबीवीपी और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय परिसर में जोरदार प्रदर्शन भी किया था।

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इस मामले में पहले ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए एनएसएस समन्वयक दिलीप झा को पद से हटाकर उनके स्थान पर प्रोफेसर राजेंद्र कुमार मेहता को नियुक्त कर दिया था और 12 कार्यक्रम अधिकारियों को भी पद से हटा दिया गया था। अब पुलिस भी इस मामले में सक्रिय हो गई है और आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एफआईआर में उन सभी जिम्मेदार अधिकारियों के नाम शामिल होंगे, जिन पर छात्रों से धार्मिक क्रिया-कलाप जबरन कराए जाने का आरोप है। मामले में आगे और भी बड़ी कार्रवाई संभव मानी जा रही है।