Raipur News: रायपुर के बहुचर्चित यश शर्मा हत्याकांड में IBC24 की खबर का बड़ा असर, गवाहों को धमकी देने वाले आरोपियों पर FIR दर्ज
Yash Sharma murder case: इस खबर को IBC24 ने ही प्रमुखता से दिखाई थी। खबर चलने के बाद राजधानी पुलिस हरकत में आई और खबर चलने के बाद न्यायालय ने भी संज्ञान लिया था। जिसके बाद पुलिस को जांच के आदेश दिए थे।
Firozabad Road Accident News/ Image Credit: IBC24 File Photo
- जेल में बंद आरोपियों द्वारा दी गई थी जान से मारने की धमकी
- तीन महीने तक इलाज के बाद हुई थी यश शर्मा की मौत
- आरोपी मनोहर सिंह के खिलाफ सिविल लाइन थाने में FIR दर्ज
- तुषार पाहुजा और उसकी मां सिमरन पाहुजा समेत मनोहर सिंह गिरफ्तार
रायपुर: Raipur News, बहुचर्चित यश शर्मा हत्याकांड मामले में IBC24 की खबर का बड़ा असर देखने को मिला है। आरोपियों द्वारा पुलिस अभिरक्षा से हत्याकांड के गवाहों को फोन के जरिए कोर्ट में गवाही देने आने पर जान से मारने की धमकी दी थी। इस खबर को IBC24 ने ही प्रमुखता से दिखाई थी। खबर चलने के बाद राजधानी पुलिस हरकत में आई और खबर चलने के बाद न्यायालय ने भी संज्ञान लिया था। जिसके बाद पुलिस को जांच के आदेश दिए थे।
इस मामले में दो थाना इलाकों में FIR दर्ज हुई है। गवाह कमलेश बुलवानी की शिकायत पर आरोपी मनोहर सिंह के खिलाफ सिविल लाइन थाने में FIR दर्ज हुई है। गवाह खुशाल तोलानी ने जेल में बंद तुषार पाहुजा और उसकी मां सिमरन पाहुजा के खिलाफ तेलीबांधा थाना में FIR दर्ज कराई है। गवाहों की शिकायत के बाद जेल में बंद आरोपी तुषार पाहुजा और उसकी मां सिमरन पाहुजा समेत मनोहर सिंह गिरफ्तार हो गए हैं।
जेल में बंद आरोपियों द्वारा दी गई थी जान से मारने की धमकी
Yash Sharma murder case, यश शर्मा अपहरण और हत्याकांड मामले के अहम गवाहों को जेल में बंद आरोपियों द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई थी। आरोप है कि आरोपी तुषार पाहुजा, यश खेमानी, चिराग पंजवानी और तुषार पंजवानी ने जेल से ही फोन कर धमकियां दी है। गवाह खुशाल तोलानी और कमलेश बुलवानी को कोर्ट में पेशी के दौरान फोन कर धमकाया गया। आरोपियों ने गवाही देने पर “यश शर्मा से भी बुरा हाल” करने की धमकी दी। इस पूरे घटनाक्रम की शिकायत रायपुर एसएसपी और कोर्ट में की गई, जिस पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने जांच के आदेश जारी किए थे।
तीन महीने तक इलाज के बाद हुई थी यश शर्मा की मौत
गौरतलब है कि यश शर्मा का 13 अक्टूबर 2024 को अपहरण कर गंभीर रूप से पिटाई की गई थी। करीब तीन महीने तक इलाज के बाद उसकी मौत हो गई थी। इस संबंध में राजेंद्र नगर थाने में हत्या की एफआईआर दर्ज की गई थी।
अब जब मामला कोर्ट में चल रहा है, गवाहों को धमकाने की घटना ने न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी दिखाता है कि जेल में बंद रहते हुए भी आरोपी किस तरह से मामले को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।

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