Mahmood Madani: वक्फ संशोधन अधिनियम पर महमूद मदनी का बड़ा बयान, कहा ‘लड़ाई जारी रहेगी..हमें जो भी कुर्बानी देनी होगी देंगे’

Mahmood Madani On Waqf Amendment Act: वक्फ संशोधन अधिनियम पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख महमूद मदनी ने कहा, "लड़ाई जारी रहेगी, खत्म नहीं होगी, हमें जो भी कुर्बानी देनी होगी, देनी होगी। हमने (भारत की) आजादी से पहले भी कुर्बानियां दी हैं। अगर हमें लड़ना है, तो हम लड़ेंगे।

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  • Publish Date - April 13, 2025 / 06:40 PM IST,
    Updated On - April 13, 2025 / 06:44 PM IST

Mahmood Madani On Waqf Amendment Act, image source: ANI

HIGHLIGHTS
  • वक्फ संशोधन अधिनियम पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख महमूद मदनी
  • मुसलमानों का हमदर्द बनकर दुर्भावना के साथ इस अधिनियम को लागू किया

दिल्ली: Mahmood Madani On Waqf Amendment Act:  वक्फ संशोधन अधिनियम पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख महमूद मदनी ने कहा, “यह वक्फ का मामला नहीं बल्कि राजनीति है। मुसलमानों के नाम पर, कभी मुसलमानों को गाली देकर या मुसलमानों का हमदर्द बनकर दुर्भावना के साथ इस अधिनियम को लागू किया गया… यह अधिनियम या संशोधन देश, समाज या मुसलमानों के लिए सही नहीं है…”

वक्फ संशोधन अधिनियम पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख महमूद मदनी ने कहा, “लड़ाई जारी रहेगी, खत्म नहीं होगी, हमें जो भी कुर्बानी देनी होगी, देनी होगी। हमने (भारत की) आजादी से पहले भी कुर्बानियां दी हैं। अगर हमें लड़ना है, तो हम लड़ेंगे। अगर हमें इंतजार करना है, तो हम इंतजार करेंगे। हम न्याय का इंतजार कर रहे हैं, पूरा समुदाय… इस देश के लोग खूबसूरत हैं, बुरे नहीं, केवल कुछ लोग ऐसा कर रहे हैं… हम इसमें अकेले नहीं हैं…”

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गौरतलब है कि वक्फ संशोधन बिल संसद से पास होने के बाद इसे लेकर देश भर में विरोध की आवाजें उठ रही हैं। कई लोग इसका विरोध कर रहे हैं। इस संशोधन बिल के खिलाफ देश भर के मुस्लिम संगठन लामबंद हो गए हैं। मुर्शिदाबाद में इस विरोध में बवाल हुआ और हिंसा भी हुई। इस बीच जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने बड़ा बयान दिया है।

मौलना महमूद मदनी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए वक्फ संशोधन बिल को लेकर अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने अपनी बात रखते हुए तीन मुख्य बातें कहीं। सबसे पहले मौलाना मदनी ने बीजेपी और उसके सहयोगियों पर यह आरोप लगाया कि वे ऐसा माहौल बना रहे हैं जैसे पहले के वक्फ कानून में मनमानी चलती थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि पहले भी वक्फ बोर्ड एक व्यवस्थित प्रक्रिया के तहत बनाए जाते थे। इसमें सत्ताधारी दल अपनी पसंद के मुसलमानों को नियुक्त करते थे, लेकिन यह कहना गलत है कि तब कोई नियम-कायदा नहीं था।

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वहीं मौलाना मदनी ने मीडिया के एक वर्ग पर निशाना साधते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह फैलाया जा रहा है कि वक्फ संपत्तियों पर चीन से आए लोगों ने कब्जा कर रखा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह मामला वक्फ का नहीं, बल्कि राजनीति का है। उन्होंने इस संशोधन को मुसलमानों के नाम पर, मुसलमानों के खिलाफ और मुसलमानों के लिए एक दुर्भाग्यपूर्ण कदम बताया, जिसमें कभी हमदर्दी दिखाई जाती है तो कभी गाली दी जाती है।

तीसरी बात मौलाना मदनी ने सभी से शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस एक्ट के खिलाफ हर जगह शांतिपूर्ण प्रदर्शन होने चाहिए। उन्होंने उन सभी हरकतों की कड़ी निंदा की जहां हिंसा हुई है, चाहे वह इस एक्ट के नाम पर हो या किसी और नाम पर, क्योंकि हिंसा आंदोलन को कमजोर करेगी।

वक्फ संशोधन अधिनियम क्या है?

वक्फ संशोधन अधिनियम 2025, भारत में वक्फ बोर्डों की संरचना और कार्यप्रणाली को सुधारने के लिए लागू किया गया था। इसके तहत वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता लाने और उन पर नियंत्रण को सख्त करने का प्रयास किया गया था। इस संशोधन के द्वारा कुछ नई प्रक्रियाओं और प्रावधानों को लागू किया गया, जिनमें वक्फ संपत्तियों के बारे में बेहतर निगरानी और प्रशासन की व्यवस्था शामिल है।

महमूद मदनी ने वक्फ संशोधन अधिनियम पर क्या आपत्ति जताई है?

महमूद मदनी ने इस अधिनियम को राजनीति से जुड़ा हुआ बताया और इसे मुसलमानों के खिलाफ एक दुर्भाग्यपूर्ण कदम बताया। उनके अनुसार, इस अधिनियम को मुसलमानों के नाम पर, मुसलमानों के खिलाफ और उनके हितों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से लागू किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह कोई वक्फ का मामला नहीं है, बल्कि एक राजनीतिक मुद्दा है।

क्या महमूद मदनी ने इस अधिनियम के खिलाफ आंदोलन की अपील की है?

हां, महमूद मदनी ने इस अधिनियम के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की अपील की है। उन्होंने हिंसा की निंदा की और कहा कि हिंसा से आंदोलन कमजोर होता है। वह चाहते हैं कि इस अधिनियम के खिलाफ लोगों के विरोध को शांतिपूर्ण तरीके से किया जाए।

वक्फ संशोधन अधिनियम पर देशभर में विरोध क्यों हो रहा है?

इस अधिनियम के खिलाफ विरोध इस कारण हो रहा है कि कई मुस्लिम संगठन इसे मुसलमानों के अधिकारों पर हमला मानते हैं। उनका कहना है कि यह अधिनियम वक्फ संपत्तियों के प्रशासन में अनावश्यक हस्तक्षेप करता है और मुसलमानों के सामुदायिक अधिकारों को कम करता है। कुछ लोग इसे राजनीतिक उद्देश्यों के तहत लागू किया गया कदम मानते हैं।