Parliament Monsoon Session, image source: LS tv
Parliament Monsoon Session, Constitution Amendment Bill News: संसद के मानसून सत्र में बुधवार को भी विपक्ष ने लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा किया। विपक्ष ने बिहार एसआईआर का विरोध किया। लोकसभा में ऑनलाइन गेमिंग विधेयक पेश किया गया। साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में संविधान (एक सौ तीसवां संशोधन) विधेयक, 2025, केंद्र शासित प्रदेश सरकार (संशोधन) विधेयक, 2025, जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2025 पेश किए।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से पेश किए गए विधेयकों का उद्देश्य यह है कि अगर प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, किसी राज्य के मुख्यमंत्री या केंद्र शासित प्रदेश के मंत्री को गंभीर आपराधिक मामलों में गिरफ्तार या हिरासत में लिया जाता है तो उन्हें उनके पद से हटाया जा सके। इसका विपक्ष की ओर से विरोध किया जा रहा है।
Today’s three amendment bills will automatically remove any Minister if detained or kept in custody for 30 days. The govt is turning India into a police state. This is a direct assault separation of powers, and representative democracy. pic.twitter.com/HDj4erRzM2
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 20, 2025
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि जब अमित शाह को गिरफ्तार किया गया था तो क्या उन्होंने अपनी नैतिकता दिखाई थी? इस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मुझ पर जब आरोप लगे थे तो मैंने गिरफ्तारी से पहले नैतिक रूप से इस्तीफा दिया था। कोर्ट से निर्दोष साबित न होने तक मैंने कोई सांविधानिक पद नहीं लिया था।
वेणुगोपाल ने अमित शाह के गुजरात के दिनों का हवाला देकर उनकी नैतिकता पर सवाल उठाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि “मुझे एक मनगढ़ंत मामले में फँसाया गया था, फिर भी मैंने अपनी गिरफ्तारी से पहले ही पद छोड़ दिया और अदालत द्वारा बरी किए जाने तक कभी कोई संवैधानिक पद नहीं संभाला। और आपको लगता है कि आप मुझे नैतिकता का पाठ पढ़ा सकते हैं?”
Venugopal tried to question Amit Shah’s morality by pointing to his Gujarat days.
Shri @AmitShah ji – “I was trapped in a fabricated case, yet I stepped down even before my arrest and never held any constitutional post until the court cleared me. And you think you can give me… pic.twitter.com/kC7Vcll4MS
— Shanthi Kumar (@BJPShanthikumar) August 20, 2025
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तीनों विधेयकों को संयुक्त संसदीय समिति को भेजने की सिफारिश की। इस दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। विपक्ष की ओर से बिल की कॉपी फाड़कर केंद्रीय गृह मंत्री की ओर फेंकी गई। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद स्पीकर ओम बिरला ने हंगामा कर रहे विपक्षी सांसदों को फटकार लगाई।
संसद में विपक्ष ने बिल की कॉपी फाड़ अमित शाह के सामने फेंका। pic.twitter.com/MSGRf2wVAd
— Lutyens Media (@LutyensMediaIN) August 20, 2025
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से पेश संविधान (एक सौ तीसवां संशोधन) विधेयक, 2025, केंद्र शासित प्रदेश सरकार (संशोधन) विधेयक, 2025, जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2025 को संयुक्त संसदीय समिति को भेजने का प्रस्ताव पेश किया गया। लोकसभा से तीनों विधेयकों को संयुक्त संसदीय समिति को भेजने का प्रस्ताव पास किया गया।
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